अमेज़ॅन के संस्थापक जेफ बेजोस (Amazon founder Jeff Bezos) ने अमेरिका में आसमान छूती गैस की कीमतों को कम करने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) की ओर से तेल कंपनियों को बुलाने की आलोचना की है. इस पर व्हाइट हाउस को रविवार को अमेरिकी नेता के बचाव में आगे आना पड़ा. बाइडेन ने शनिवार को ट्वीट किया, "गैस स्टेशन चलाने वाली और पंप पर कीमतें तय करने वाली कंपनियों को मेरा सीधा संदेश है: यह युद्ध और वैश्विक संकट का समय है."
बाइडेन ने कहा, "उत्पाद के लिए आप पंप पर जो कीमत वसूल रहे हैं, उसे नीचे लाएं और यह दिखाई भी देना चाहिए. इसे अभी करें."
बेजोस ने कहा कि बाइडेन की टिप्पणी "या तो गलत दिशा में है या बुनियादी बाजार की गतिशीलता को लेकर गहरी गलतफहमी पैदा करने वाली है."
अमेरिकी अरबपति ने शनिवार को ट्वीट किया, "आउच. व्हाइट हाउस की ओर से इस तरह के बयान देने के लिए महंगाई बहुत अहम समस्या है."
अमेरका में पंप पर गैसोलीन की कीमतें व्यापक मूल्य वृद्धि की प्रतीक बन गई हैं. यह नवंबर में विधायी चुनावों से पहले की बाइडेन की स्वीकार्यता की रेटिंग को कम कर रहा है.
बाइडेन ने नियमित रूप से तेल कंपनियों पर हमला कर रहे हैं. वे कहते हैं कि वे केवल मुनाफे की परवाह करती हैं न कि औसत उपभोक्ता की भलाई की.
इस पर कंपनियों का कहना है कि उन्होंने कीमतों को कम करने की कोशिश में उत्पादन में वृद्धि की है लेकिन यह विश्व बाजार पर आधारित है और गतिशीलता के अधीन है, जो कि अमेरिकी दिग्गज तेल कपनियों के नियंत्रण में नहीं है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कारीन जीन-पियरे ने रविवार को ट्विटर पर कहा कि पिछले एक महीने में तेल की कीमतों में करीब 15 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट आई है. उन्होंने लिखा है कि "लेकिन आइल पंप पर कीमतों में मुश्किल से कमी आई है. यह 'बेसिक मार्केट की गतिशीलता' नहीं है. यह एक ऐसा बाजार है जो अमेरिकी उपभोक्ता को विफल कर रहा है."
जून की शुरुआत से गैसोलीन की कीमतें 5 डॉलर प्रति गैलन से ऊपर रही है, जो कि कार-क्रेजी देश में अभूतपूर्व है. कीमतों में थोड़ी गिरावट आई है, लेकिन यह एक साल पहले के 3 डॉलर प्रति गैलन के स्तर से बहुत दूर है.
राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने भी रविवार को फॉक्स न्यूज पर राष्ट्रपति का बचाव किया. किर्बी ने कहा, "राष्ट्रपति कई मोर्चों पर बहुत मेहनत कर रहे हैं ... वे कीमत को कम करने की कोशिश कर रहे हैं."