पाकिस्तानी सेना के प्रमुख असीम मुनीर को तानाशाह कहते हुए, अमेरिका के सांसद रो खन्ना ने इस्लामाबाद से साफ कहा है कि वह भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) के बाद कोई जवाबी कार्रवाई नहीं करे. भारत ने इस ऑपरेशन के तहत 7 मई की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया था. रो खन्ना ने दोनों परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसियों के बीच तनाव को कम करने का भी आह्वान किया है. यह तनाव 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद से पैदा हुआ है और इसके पीछे पाकिस्तान के आतंकियों का हाथ था.
अमेरिकी संसद के कांग्रेस सदन के सदस्य रो खन्ना ने CNN के साथ एक इंटरव्यू में कहा, "दोनों के पास परमाणु हथियार हैं. खैर, सबसे जरूरी चीज तनाव कम करना है. मेरा मतलब है कि पहलगाम में एक आतंकवादी हमला हुआ था और निर्दोष लोग मारे गए थे. भारत ने जवाब दिया, जिससे कुछ आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने में मदद मिली. अब महत्वपूर्ण बात तनाव कम करना है."
उन्होंने कहा, "मेरे कहने का एकमात्र कारण यह है कि वे (भारत और पाकिस्तान) सदियों से लड़ रहे हैं... यह ब्रिटिश उपनिवेशवाद ने विभाजन को बढ़ावा दिया, जिसने वहां हिंदुओं और मुसलमानों के बीच कुछ विभाजनों को बढ़ावा दिया. इस क्षेत्र को वास्तव में समझना महत्वपूर्ण है, और हमें इसे आगे बढ़ाने के लिए एक ईमानदार मध्यस्थ बनने की जरूरत है."
उन्होंने पाक आर्मी चीफ मुनीर को तानाशाह बताते हुए कहा कि पाकिस्तान में ''कोई ईमानदार आवाज'' नहीं बची है. उन्होंने पाकिस्तानी अधिकारियों से पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान को रिहा करने और भारत के हमले के खिलाफ किसी भी जवाबी कार्रवाई को रोकने का भी आह्वान किया. खन्ना ने कहा, "इसका अंत होना चाहिए. हमारा पाकिस्तान के साथ बहुत संबंध है. हम पाकिस्तान को IMF का लोन देते हैं. वे उस पर निर्भर हैं. हमें असीम मुनीर से कहना चाहिए कि उन्हें इमरान खान को मुक्त करना होगा, किसी भी बदले को रोकना होगा और फिर निष्पक्ष चुनाव कराना होगा, क्योंकि चुनाव में धांधली हुई थी."