कोरोना से ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की जान बचाने वाली नर्स ने दिया इस्तीफा, जानें क्यों

पिछले साल कोरोना संक्रमित हुए ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की जान बचाने में अहम भूमिका निभाने वाली नर्स ने अपनी नौकरी और यूके की स्वास्थ्य सेवा से इस्तीफा दे दिया है.

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ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को कोरोना से ठीक करने वाली नर्स ने दिया इस्तीफा। (फाइल फोटो)
लंदन:

पिछले साल कोरोना संक्रमित हुए ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की जान बचाने में अहम भूमिका निभाने वाली नर्स ने अपनी नौकरी और यूके की स्वास्थ्य सेवा से इस्तीफा दे दिया है. नर्स ने यह कदम फ्रंटलाइन कर्मचारियों के सम्मान में और सरकार के विरोध में उठाया है. हम बात कर रहे हैं न्यूजीलैंड में जन्मी जेनी मैक्गी की. जेनी मैक्गी उन दो नर्सों में से एक हैं, जिन्होंने एक साल पहले बोरिस जॉनसन को कोरोना संक्रमित होने के बाद सेंट्रल लंदन के एक अस्पताल में चौबीसों घंटे इलाज दिया था.

प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने स्वस्थ होने के बाद जेनी मैक्गी और दूसरी नर्स का नाम लेते हुए कहा था, ''केवल उनकी देखभाल के चलते मैं ठीक हो पाया हूं.'' लेकिन उनकी सरकार को नर्सों के रोष का सामना करना पड़ रहा है. नर्सों का सरकार के खिलाफ यह रोष केवल एक प्रतिशत वेतन वृद्धि के विरोध में है.

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मैक्गी ने चैनल 4 टेलीविजन से कहा, "हमें सम्मान नहीं मिल रहा है, जिसके हम हकदार हैं. मैं इस रवैये से आजिज हो चुकी हूं. इसलिए मैंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है." मैक्गी ने पिछले जुलाई में डाउनिंग स्ट्रीट पर फोटो क्लिक कराने के अवसर को भी छोड़ दिया था. उन्होंने इसमें भाग लेने से इसलिए इनकार कर दिया क्योंकि उनका और बहुत सारी नर्सों का मानना है कि सरकार ने बहुत प्रभावी ढंग से नेतृत्व नहीं किया है. हमेशा अनिर्णय की स्थिति बनी रही और सरकार हमेशा गोलमोल संदेश देती रही. यह सब बहुत परेशान करने वाला था.

मैक्गी के इस्तीफे पर मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने कहा कि मैक्गी का इस्तीफा बोरिस जॉनसन पर एक भयानक तोहमत है, जो दर्शाता है कि जान बचाने वाले के प्रति भी जॉनसन का रवैया कितना गलत है. वहीं, डाउनिंग स्ट्रीट के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के कर्मचारियों के समर्थन में सब कुछ करेगी. उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि एनएचएस के कर्मचारियों को वेतन फ्रीज से बाहर रखा गया, जबकि अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के श्रमिक इससे प्रभावित हुए हैं. 

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चैनल-4 की डॉक्यूमेंट्री में मैक्गी ने कहा कि प्रधानमंत्री को उनके अस्पताल में देखना "असली" था. उन्होंने अस्पताल के एक साल पहले के दृश्य को याद करते हुए कहा कि उस वक्त चारों ओर बहुत सारे बीमार रोगी थे, जिनमें से कुछ मर रहे थे. मुझे याद है तब उनकी (बोरिस जॉनसन) तबीयत भी नाजुक थी, वास्तव में वह अलग ही पड़ाव था. उनकी देखभाल करना बहुत जटिल था और हमें नहीं पता था कि क्या होने वाला था.

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मैक्गी ने कहा कि सर्दियों के महीनों में महामारी की एक बदतर लहर ने ब्रिटेन को प्रभावित किया और  क्रिसमस तक उनके वार्ड में यह मंजर बना हुआ था. उस समय हम जिस भयावहता से गुजर रहे थे, उसका वर्णन कैसे किया जाए, मुझे नहीं पता. मैक्गी ने कहा कि वह कैरिबियन में एक नई नर्सिंग नौकरी के लिए योजना बना रहीं हैं, लेकिन भविष्य में एनएचएस में लौटने की उम्मीद भी रखती हैं.

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