नेपाल में क्या फिर से होगा आंदोलन? Gen- Z के नए विद्रोह और कर्फ्यू लगाने की मजबूरी को समझिए

Nepal Gen Z Protest Erupt: जेनरेशन जेड युवाओं और अपदस्थ प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पार्टी सीपीएन-यूएमएल के कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़प देखने को मिली, जिसके बाद कर्फ्यू लगा दिया गया.

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8 और 9 सितंबर को प्रदर्शनों के दौरान कम से कम 76 लोग मारे गए थे
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  • नेपाल के सिमारा में जेनरेशन जेड युवा और सीपीएन-यूएमएल कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई, जिससे कर्फ्यू लगा
  • जेनरेशन जेड युवा शांति से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तभी सीपीएन-यूएमएल समर्थकों ने उन पर हमला किया
  • सीपीएन-एमसी ने हमले की निंदा की और अपनी पार्टी की संलिप्तता के आरोपों को गलत और चिंताजनक बताया
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नेपाल में एक बार फिर से जेनरेशन जेड सड़कों पर उतर आया है. नेपाली मीडिया की ओर से साझा जानकारी के अनुसार सिमारा में भारी हंगामा देखने को मिला. जेनरेशन जेड युवाओं और अपदस्थ प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पार्टी सीपीएन-यूएमएल के कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़प देखने को मिली, जिसके बाद कर्फ्यू लगा दिया गया. दरअसल, सीपीएन-यूएमएल से जुड़े यूथ एसोसिएशन ने सेंट्रल लीडर्स के लिए बारा परवानीपुर में अवेयरनेस कैंपेन में हिस्सा लेने का एक प्रोग्राम प्लान किया था. सीपीएन-यूएमएल के नेता शंकर पोखरेल और महेश बसनेत समेत अन्य इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे.

नेपाली मीडिया के अनुसार जेन जेड युवा शांति से विरोध प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे, तभी सीपीएन-यूएमएल के समर्थकों ने युवाओं पर हमला कर दिया. इस झड़प के बाद सिमारा में तनाव की स्थिति बन गई.

जितपुरसिमारा सब मेट्रोपॉलिटन सिटी के मेयर राजन पौडेल ने नेपाली मीडिया को बताया कि जेन जेड युवा रात करीब 10 बजे सिमारा में शांति से प्रोटेस्ट करने के लिए इकट्ठा हुए थे. जेन जेड ग्रुप, बारा को लीड कर रहे सम्राट उपाध्याय और दूसरे लोग मौके पर मौजूद थे. हालांकि, यूएमएल कैडर ने सम्राट उपाध्याय और दूसरे लोगों को पीटा. इस हिंसा में कई लोग घायल हो गए.

मेयर राजन पौडेल ने कहा, "उन्हें पुलिस के सामने पीटा गया. कर्फ्यू लगा दिया गया है, लेकिन सिमारा के युवा और निवासी हमले की निंदा करने के लिए बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए हैं."

इससे पहले बारा के जिला प्रशासनिक कार्यालय ने एक नोटिस जारी किया जिसमें कहा गया था कि सुरक्षाकर्मी कर्फ्यू के दौरान आवश्यक सेवा वाहनों, एम्बुलेंस, दमकल गाड़ियों, शव वाहन, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के वाहनों, मीडिया कर्मियों, पर्यटकों के वाहनों, मानवाधिकार और राजनयिक मिशनों के वाहनों और हवाई टिकट वाले हवाई यात्रियों की आवाजाही की सुविधा मुहैया कराएंगे.

सीपीएन-यूएमएल के महासचिव शंकर पोखरेल और बसनेत सहित अन्य नेता बारा के सिमारा में तनाव के बाद त्रिभुवन एयरपोर्ट से ही वापस लौट गए. इस बीच, सीपीएन-एमसी जितपुरसिमारा ने युवाओं पर हमले की निंदा की. सीपीएन-एमसी की जितपुरसिमारा सब मेट्रो कमेटी ने इस संबंध में बयान जारी कर घटना को दुर्भाग्यपूर्ण कहा. इसके साथ ही उन्होंने हमले में सीपीएन-एमसी की संलिप्तता के आरोप को गलत और चिंताजनक बताया. बयान के अनुसार, जेनरेशन जेड युवाओं पर हमले के समय पुलिस भी मौजूद थी.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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