- नेपाल में Gen Z के प्रतिनिधि सेना और राष्ट्रपति से अंतरिम सरकार के नए नेता के नाम पर बातचीत कर रहे हैं.
- भागने की कोशिश के दौरान 3 कैदियों की मौत हो गई और 15,000 से अधिक कैदी देश भर की जेलों से फरार हो गए.
- हिंसा के कारण सैकड़ों लोग देश छोड़ने की कोशिश में हैं और बड़ी संख्या में काठमांडू एयरपोर्ट पर जमा हो गए.
सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार को लेकर Gen Z भड़के तो नेपाल का पूरा सियासी सिस्टम ही ध्वस्त हो गया. प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली सहित कई मंत्रियों को अपनी जान बचाकर के भागना पड़ा. युवाओं के आक्रोश ने नेपाली की राजनीतिक जमीन को हिला कर रख दिया है और सेना को हालात संभालने के लिए सड़कों पर आना पड़ा है. हालांकि गुजरते वक्त के साथ हिंसा का दौर लगातार कमजोर होता जा रहा है और अंतरिम सरकार के नेता का नाम तय करने के लिए बातचीत जारी है. आइए जानते हैं नेपाल में आज सुबह से 5 बड़े अपडेट:
1. नए नेता का नाम तय करने की कवायद
प्रदर्शनकारी ‘जेन जी' के प्रतिनिधि राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और सेना प्रमुख अशोक राज सिगडेल के साथ भद्रकाली स्थित सेना मुख्यालय में अंतरिम सरकार के नेता का नाम तय करने के लिए बातचीत कर रहे हैं. सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारी जेन जी समूह पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की, काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह और दो अन्य के नाम पर अंतरिम सरकार के नेतृत्व के लिए विचार कर रहा है. बैठक के दौरान सेना मुख्यालय के बाहर बड़ी संख्या में युवा बेसब्री से फैसला सुनने का इंतजार करते दिखे.
7. कर्फ्यू हटते ही बाजारों में उमड़े लोग
नेपाल सेना ने गुरुवार को काठमांडू घाटी के तीन जिलों में निषेधाज्ञा बढ़ा दी है तथा कुछ निश्चित समयावधि के लिए लोगों की आवाजाही की अनुमति दी. नेपाल सेना की ओर से जारी एक नोटिस में कहा गया है कि काठमांडू घाटी के तीन जिलों काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर में सुबह छह बजे से कर्फ्यू हटा लिया गया है. सेना ने बताया कि शाम पांच बजे से सात बजे तक ढील के बाद शुक्रवार शाम सात बजे से सुबह छह बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू रहेगा. नेपाल के विभिन्न कर्फ्यूग्रस्त इलाकों से कर्फ्यू हटते ही लोग जरूरी सामान खरीदने के लिए बाजारों, दुकानों और किराने की दुकानों की ओर दौड़ पड़े. सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन ही दिखे.
8. दो घंटे की ढील के बाद फिर लगाया कर्फ्यू
विरोध प्रदर्शनों के बीच काठमांडू में दो घंटे की ढील के बाद फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है. शाम 5 बजे से 7 बजे तक दो घंटे की ढील के बाद काठमांडू में फिर से कर्फ्यू लगाया गया है. काठमांडू में गुरुवार को हुए घातक विरोध प्रदर्शनों के बाद, नेपाली सेना के सशस्त्र जवान सड़कों पर गश्त कर रहे थे और निवासियों को घरों के अंदर रहने की हिदायत दे रहे थे. बड़े पैमाने पर अशांति के बाद शहर में स्थिति को "सामान्य" बनाने के लिए लगाए गए अनिश्चितकालीन कर्फ्यू के बीच नेपाली सेना ने वाहनों और पैदल चलने वालों की जांच की.
9. अब तक 30 की मौत, 1000 से ज्यादा घायल
स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्रालय के अनुसार, रविवार शाम से ‘जेन जी' समूह के नेतृत्व में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है. बुधवार शाम जारी एक बयान में मंत्रालय ने बताया कि 1,061 लोग घायल हुए हैं. घायलों में से 719 को छुट्टी दे दी गई है, जबकि 274 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
10. 200 कैदियों को वापस पकड़ा, हजारों अभी भी फरार
नेपाल की सेना ने गुरुवार को कहा कि उसने सरकार गिराने वाले घातक विरोध प्रदर्शनों के दौरान बड़े पैमाने पर जेल तोड़ने के बाद लगभग 200 कैदियों को वापस पकड़ लिया है, जो फरार चल रहे हजारों कैदियों की संख्या का एक छोटा सा हिस्सा है.
पुलिस ने बताया कि अराजकता के दौरान देश भर की जेलों से लगभग 15,000 कैदी भाग गए, जिससे सुरक्षा बलों को नियंत्रण पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा. इससे सेना और पुलिस के सामने चुनौतियां और बढ़ गई हैं क्योंकि वे दशकों में हुए सबसे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद व्यवस्था बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं.