पोलैंड के विदेश मंत्रालय ने मिसाइल हमले के बाद रूसी राजदूत को किया तलब (File Photo)
पोलैंड में हुए इस मिसाइल हमले में दो लोगों की मौत हो गई. इस घटना ने यूक्रेन युद्ध के और आस-पास के देशों तक फैल जाने का डर बढ़ गया है.
यह हैं इस खबर की 10 बड़ी बातें :-
- पोलैंड के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यह रॉकेट पूर्वी पोलैंड के प्रेजवोडो (Przewodow) गांव में गिरा. यह इलाका यूक्रेन की सीमा से 6 किलोमीटर दूर है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह हमला एक अनाज सुखाने के केंद्र पर हुआ.
- पोलैंड के राष्ट्रपति एंद्रेज़ डूडा ने कहा कि इस बात का कोई पुख्ता सबूत नहीं है कि यह मिसाइल किसने छोड़ी थी. साथ ही उन्होंने कहा कि इस मिसाइल के रूस में बनी होने की संभावना सबसे अधिक है.
- पोलैंड के विदेश मंत्रालय ने इससे पहले कहा था कि मिसाइल रूस में बनी है और उन्होंने इस घटना के बाद रूस के राजदूत को राजधानी वरसॉ में तलब किया है और उनसे "तुरंत विस्तृत जानकारी देने को कहा है."
- इस मिसाइल हमले की वजह से बाली में जारी G20 सम्मेलन में आपात बैठक बुलानी पड़ी. इस बैठक की अध्यक्षता अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने की और इसमें अन्य देशों के साथ बड़े पश्चिमी ताकतवर देश भी शामिल हुए.
- अमेरिका के अलावा, इस बैठक में जर्मनी, कनाडा, नीदरलैंड्स, जापान, स्पेन, इटली, फ्रांस और ब्रिटेन के नेता शामिल हुए. इन देशों में जापान को छोड़ कर बाकी सभी नाटो (NATO) के सदस्य हैं.
- इस बैठक के बाद बाइडेन ने कहा कि अमेरिका और उसके नाटो सहयोगी इस धमाके की जांच कर रहे हैं, जिसमें पोलैंड में दो लोग मारे गए. रॉयटर्स के अनुसारस इस जांच की शुरुआती जानकारी यह संकेत देती है कि यह रूस की तरफ से छोड़ी गई मिसाइल से नहीं हुआ होगा.
- यह पूछे जाने पर कि क्या यह कहना जल्दबाज़ी होगी कि मिसाइल रूस से छोड़ी गई, बाइडेन ने कहा, इससे विरुद्ध शुरुआती जानकारी है. मैं यह नहीं कहना चाहूंगा जब तक हम इस मामले की पूरी जांच नहीं कर लेते लेकिन यह रूसी मिसाइल के रास्ते से अलग राह से आई. लेकिन हम देखेंगे.
- इससे पहले पोलैंड ने अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रख दिया था और एक आपात राष्ट्रीय सुरक्षा काउंसिल की बैठक बुलाई गई थी.
- यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इससे पहले कहा कि दो रूसी मिसाइलें पोलैंड में जा गिरीं, जिसे उन्होंने "तनाव के बहुत गहराने" के तौर पर परिभाषित किया.
- यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने उस विचार को "षड़यंत्र वाला सिद्दांत" कहते हुए खारिज कर दिया कि यह पोलैंड का धमाका कीव की सेनाओं की ओर से जमीन से हवा में मारी गई मिसाइल से हुआ होगा. जबकि रूस के रक्षा मंत्रालय ने उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया कि वह इस "भड़काऊ" घटना के लिए जिम्मेदार है.
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