पेरिस के विश्व प्रसिद्ध लूवर संग्रहालय, जो मोनालिसा जैसी प्रतिष्ठित कलाकृतियों का घर है, में नेपोलियन युग के रत्नों की एक 'बड़ी डकैती' के बाद उसे आज के लिए बंद कर दिया गया है. फ्रांस के गृह मंत्री लॉरेंट नुनेज ने पुष्टि की कि लुटेरे इस दुस्साहसिक ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए हाइड्रोलिक सीढ़ी का उपयोग करके संग्रहालय में घुसे और आभूषण चुराकर भाग गए.
फ्रांसीसी दैनिक 'ले पेरिसियन' की रिपोर्ट के अनुसार, घुसपैठियों ने निर्माणाधीन सीन नदी के सामने वाले हिस्से का फायदा उठाया और डिस्क कटर का उपयोग करके खिड़की के शीशे काटकर अपोलो गैलरी तक पहुंचे, जहां फ्रांसीसी राजमुकुट के आभूषण प्रदर्शित थे. यह पूरा सुनियोजित ऑपरेशन मात्र सात मिनट तक चला, जिसमें लुटेरे "नेपोलियन एंड द एम्प्रेस" संग्रह से नौ आभूषण लेकर फरार हो गए, हालांकि चोरी हुआ एक आभूषण बाद में संग्रहालय के बाहर मिला.
संग्रहालय के बाहर बैरिकेड्स लगा दिए गए
फ्रांस की संस्कृति मंत्री रशीदा दाती ने घटना की सूचना दी और पुष्टि की कि कोई घायल नहीं हुआ है. इस चोरी के बाद, प्रतिदिन 30,000 आगंतुकों को आकर्षित करने वाले इस संग्रहालय के बाहर बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं और यातायात नियंत्रित किया जा रहा है. लूवर में यह पहली चोरी नहीं है. 1911 में खुद मोनालिसा भी चोरी हो गई थी, जिसे दो साल बाद बरामद किया गया था और 1983 में भी दो कवच गायब हुए थे, जिन्हें 2021 में खोजा गया.
क्यों खास है ये आभूषण?
पेरिस के प्रतिष्ठित लूव्र संग्रहालय में चोरी हुए आभूषणों में मुख्य रूप से 'नेपोलियन एंड द एम्प्रेस' संग्रह के नौ कीमती रत्न शामिल थे. इनमें महारानी यूजनी के मुकुट (तियारा) के कुछ हिस्से और विभिन्न ब्रोच भी शामिल हैं. इन आभूषणों का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत अधिक था, क्योंकि इन्हें 18वीं सदी की फ्रांसीसी शाही विलासिता और भव्यता का प्रतीक माना जाता था. इन अनमोल रत्नों की चोरी ने संग्रहालय की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.