अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए टेलीविजन पर प्रसारित पहली बहस (डीबेट) देखने वाले ज्यादातर लोगों की नजर में मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन के मुकाबले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रदर्शन बेहतर रहा. यह वर्ष 2020 की उस स्थिति के उलट है, जब बहस देखने वालों ने 81 वर्षीय डेमोक्रेट (बाइडन) को उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी ट्रंप के मुकाबले बेहतर उम्मीदवार के रूप में देखा था.
व्हाइट हाउस में दूसरा कार्यकाल पाने के इच्छुक बाइडन बहस के दौरान लड़खड़ाते नजर आए जिससे डेमोक्रेट के शीर्ष नेताओं के बीच इस बात को लेकर खतरे की घंटी बज गई है कि क्या मौजूदा राष्ट्रपति अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले के कठिन महीनों के दौरान शीर्ष पर रह सकते हैं.
पांच नवंबर को होने वाले चुनाव को लेकर दोनों नेताओं के बीच बृहस्पतिवार को करीब 90 मिनट तक आक्रामक बहस हुई.
इस दौरान अर्थव्यवस्था, आव्रजन, विदेश नीति, गर्भपात और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर राष्ट्रपति बाइडन और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के भावी उम्मीदवार माने जा रहे 78-वर्षीय ट्रंप के बीच वार-पलटवार देखने को मिला. दोनों नेताओं ने एक दूसरे को झूठा और अमेरिका के इतिहास का सबसे खराब राष्ट्रपति करार दिया.
ट्रंप ने कहा, ‘‘हम एक तीसरी दुनिया के देश जैसे हैं और यह शर्म की बात है. अब हमारा सम्मान नहीं किया जाता.''
अटलांटा स्थित सीएनएन मुख्यालय में उच्च स्तरीय बहस में काफी आश्वस्त दिख रहे ट्रंप ने गर्भपात से लेकर करों और घाटे तक के झूठ को भी दोहराया. लेकिन वह इस सवाल का जवाब देने से बचते रहे कि क्या वह 2024 के चुनाव परिणाम को स्वीकार करेंगे.
ट्रंप ने देश की समस्याओं को मैक्सिको के साथ लगती दक्षिण-पश्चिमी अमेरिकी सीमा पार करने वाले प्रवासियों की आमद से भी जोड़ा और कहा कि वे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में अपने 2017-2021 के कार्यकाल के बारे में कहा, ‘‘हमारे पास दुनिया की सबसे सुरक्षित सीमा थी. लेकिन अब यह दुनिया की सबसे खतरनाक जगह है.''
ट्रंप के बयान के जवाब में बाइडन ने कहा, ‘‘वह बढ़ाचढ़ाकर बता रहे हैं, वह झूठ बोल रहे हैं.'' बाइडन ने रेखांकित किया कि अब पहले के मुकाबले 40 फीसदी कम प्रवासी सीमा पार करके अमेरिका में प्रवेश कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने हाल ही में अमेरिका में प्रवेश को लेकर सख्त पाबंदी लागू की है. बाइडन ने ट्रंप को मूर्ख और हारा हुए व्यक्ति करार दिया.
उम्र के मुद्दे पर बाइडन ने ट्रंप को याद दिलाया कि वह उनसे सिर्फ तीन साल छोटे हैं. 81 साल के बाइडन अमेरिकी इतिहास के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति हैं.
ट्रंप ने बाइडन को अपराधी कहा क्योंकि बाइडन ने उन्हें न्यूयॉर्क के ‘हश मनी' मामले में दोषी ठहराए जाने का जिक्र करते हुए ‘सजायाफ्ता अपराधी' कहा था. ‘हश मनी' से आशय किसी को मुंह बंद रखने के लिए या अन्य उद्देश्य से उसे अनुचित और गोपनीय रूप से दिये गये धन से है. बाइडन ने ट्रंप पर आरोप लगाया कि वह नहीं जानते कि वह क्या कह रहे हैं.
उन्होंने ट्रंप की नैतिकता पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘सार्वजनिक रूप से एक महिला के साथ छेड़छाड़ करने, एक पोर्न स्टार के साथ यौन संबंध बनाने, जब आपकी पत्नी गर्भवती थी, और भी कई तरह के काम करने लिये आपके ऊपर कितने अरब डॉलर का नागरिक दंड बकाया है. आप किस बारे में बात कर रहे हैं?''
ट्रंप ने यूक्रेन को 200 अरब डॉलर से अधिक की राशि दिये जाने को लेकर भी सवाल उठाया और कहा कि इतना अधिक पैसा रूस-यूक्रेन पर खर्च नहीं करना चाहिए था.
ट्रंप ने कहा कि वह 20 जनवरी को पदभार ग्रहण करने से पहले निर्वाचित राष्ट्रपति के रूप में पुतिन और जेलेंस्की के बीच युद्ध को सुलझा लेंगे, इसके जवाब में बाइडन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को युद्ध अपराधी करार दिया.
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने स्वीकार किया कि बाइडन ने ‘धीमी शुरुआत' की. हैरिस ने सीएनएन को दिये एक एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘आज रात हमने जो देखा वह यह है कि राष्ट्रपति ने अमेरिकी लोगों के लिए मायने रखने वाले सभी मुद्दों पर डोनाल्ड ट्रंप के सापेक्ष स्पष्ट रूप से विरोधाभास दिखाया. हां, शुरुआत धीमी रही पर अंत मजबूत था.''
यह बहस तब हुई जब बाइडन और ट्रंप को उनकी पार्टियों की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए आधिकारिक उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है. रिपब्लिकन अपने राष्ट्रपति उम्मीदवार के चुनाव के लिए 15 से 18 जुलाई तक विस्कॉन्सिन के मिल्वौकी में सम्मेलन बुलाएंगे, जबकि डेमोक्रेट 19 अगस्त को शिकागो में सम्मेलन आयोजित करेंगे.
एसएसआरएस की ओर से आयोजित ‘सीएनएन फ्लैश सर्वेक्षण' के अनुसार, बहस देखने वाले पंजीकृत लोगों में से 67 प्रतिशत से 33 प्रतिशत ने कहा कि ट्रंप ने बेहतर प्रदर्शन किया. राष्ट्रपति पद की तीन बहसों में से पहली बहस अटलांटा में हुई, जिसकी मेजबानी सीएनएन ने की.
बहस से पहले उन्हीं मतदाताओं (55 प्रतिशत से 45 प्रतिशत) ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बाइडन के मुकाबले ट्रंप बेहतर प्रदर्शन करेंगे.
सीएनएन की ओर से कहा गया कि सर्वेक्षण के नतीजे केवल उन मतदाताओं के बीच बहस के प्रति राय को प्रतिबिंबित करते हैं जो इसमें शामिल हुए हैं और यह पूरी मतदान करने वाली समस्त जनता के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है.
सर्वेक्षण में बहस पर नजर रखने वालों में डेमोक्रेटिक-गठबंधन की तुलना में रिपब्लिकन-गठबंधन की संभावना पांच अंक अधिक थी.
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ये नतीजे वर्ष 2020 की उस स्थिति से अलग हैं, जब बहस पर नजर रखने वालों ने राष्ट्रपति पद की बहस में बाइडन को ट्रंप से बेहतर बताया था.
अमेरिका में बृहस्पतिवार रात बहस देखने वालों में से 57 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें देश का नेतृत्व करने के लिहाज से उन्हें बाइडन की क्षमता पर असल में कोई भरोसा नहीं है, और 44 प्रतिशत ने कहा कि उन्हें ऐसा करने के लिहाज से ट्रंप की क्षमता पर असल में कोई भरोसा नहीं है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि बहस पर नजर रखने वालों में से केवल 36 प्रतिशत का कहना है कि उन्हें देश का नेतृत्व करने के लिहाज से ट्रंप की क्षमता पर बहुत भरोसा है, लेकिन बाइडन के बारे में इस तरह की बात केवल 14 फीसदी ने कही.
सीएनएन का यह सर्वेक्षण उन 565 पंजीकृत अमेरिकी मतदाताओं पर आधारित है, जिन्होंने बृहस्पतिवार को बहस देखने की बात स्वीकार की. इस सर्वेक्षण को लिखित संदेश के जरिये किया गया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)