अफगानिस्तान के उप मंत्रालय के अधिकारियों ने संगीत को अनैतिक मानते हुए वीकेंड में हेरात प्रांत में जब्त किए गए संगीत वाद्ययंत्रों और उपकरणों की होली जला डाली. सदाचार को बढ़ावा देने और बुराई की रोकथाम के लिए काम करने वाले मंत्रालय के हेरात विभाग के प्रमुख अजीज अल-रहमान अल-मुहाजिर ने कहा, "संगीत को बढ़ावा देने से नैतिक भ्रष्टाचार होता है और इसे बजाने से युवा भटक जाएंगे."
अगस्त 2021 में सत्ता पर कब्ज़ा करने के बाद से तालिबान ने लगातार ऐसे कानून और नियम लागू किए हैं जो इस्लाम के प्रति उनके कठोर दृष्टिकोण को दर्शाते हैं. इसमें सार्वजनिक रूप से संगीत बजाने पर प्रतिबंध भी शामिल है.
शनिवार की जलाए गए अलाव में सैकड़ों डॉलर मूल्य के संगीत वाद्य यंत्र और संबंधित अन्य सामान धुएं में उड़ गया. अधिकांश संगीत वाद्य और उपकरण शहर के विवाह हॉलों से एकत्रित किए गए थे. इसमें एक गिटार, दो तार वाले अन्य वाद्ययंत्र, एक हारमोनियम, एक तबला, एक ड्रम के अलावा एम्पलीफायर और स्पीकर शामिल थे.
महिलाओं को नए सरकारी नियमों का खामियाजा भुगतना पड़ा है और उन्हें हिजाब पहने बिना सार्वजनिक स्थलों पर जाने की इजाजत नहीं है.
किशोरियों, युवतियों और महिलाओं के स्कूलों और विश्वविद्यालयों में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. उनका पार्कों, खेल के मैदानों और जिम में जाना भी प्रतिबंधित कर दिया गया है.
पिछले हफ्ते अधिकारियों ने मेकअप को बहुत महंगा या गैर-इस्लामी मानते हुए देश भर में हजारों ब्यूटी सैलून बंद कर दिए थे.
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