मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष चुने गए

मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद को 76वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा (PGA) के अध्यक्ष के रूप में भारी बहुमत के साथ चुना गया

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष चुने गए हैं.
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • यह पहली बार है जब मालदीव पीजीए के कार्यालय पर काबिज होगा
  • चुनावों से 6 माह पहले अफगानी विदेश मंत्री भी मैदान में आ गए थे
  • भारत ने वादे के मुताबिक मालदीव को दिया समर्थन
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:

मालदीव (Maldives) के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ( Abdullah Shahid) को 76वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा (PGA) के अध्यक्ष के रूप में भारी बहुमत के साथ चुना गया है. यह एक वार्षिक आधार पद है, जो कि विभिन्न क्षेत्रीय समूहों के बीच स्थानांतरित होता है. 76वें सत्र (2021-22) में एशिया-प्रशांत समूह की बारी है. यह पहली बार है जब मालदीव पीजीए के कार्यालय पर काबिज होगा.

मालदीव ने दिसंबर 2018 में एफएम शाहिद की उम्मीदवारी की घोषणा की थी. उस समय कोई अन्य उम्मीदवार मैदान में नहीं था. एफएम शाहिद विशेष रूप से बहुपक्षीय मंचों में विशाल राजनयिक अनुभव और मजबूत साख के साथ पीजीए का पद संभालने के लिए विशिष्ट रूप से योग्य हैं.

भारत ने नवंबर 2020 में विदेश सचिव की मालदीव यात्रा के दौरान एफएम शाहिद के लिए अपने समर्थन की घोषणा की थी. उस समय भी वह मैदान में एकमात्र उम्मीदवार थे.

जनवरी 2021 के मध्य में, एक आश्चर्यजनक घटनाक्रम में और चुनावों से पहले 6 महीने से भी कम समय में, अफगान विदेश मंत्री ज़ल्माई रसूल ने मैदान में प्रवेश किया. जबकि एफएम रसूल की भी मजबूत साख है, जब तक उनकी उम्मीदवारी की घोषणा की गई, तब तक मालदीव को व्यापक समर्थन मिल चुका था. इसके अलावा मालदीव ने कभी पीजीए का पद नहीं संभाला है, जबकि अफगानिस्तान ने 1966-67 में 21वें जीए सत्र के दौरान इस पद पर कब्जा किया था.

मालदीव और अफगानिस्तान दोनों के भारत के साथ अच्छे संबंध हैं और दोनों उम्मीदवार भारत के मित्र हैं. हालांकि चूंकि भारत ने मालदीव को ऐसे समय में अपना समर्थन देने का वादा किया था, जब कोई अन्य उम्मीदवार मैदान में नहीं था, भारत ने मालदीव के पक्ष में मतदान किया.

पीजीए का कार्यालय संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में सर्वोच्च कार्यालय है, और संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों की सामूहिक सद्भावना को दर्शाता है. भारत पीजीए के कार्यालय का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है, जैसा कि उसने पिछले वर्षों में लगातार किया है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Namaste India: फिर सुलगने लगा Bangladesh, उग्र भीड़ ने लगाई आग, मची लूटपाट | Yunus | Osman Hadi