एक और देश में GEN Z ने गिरा दी सरकार, लेकिन फिर भी नहीं रुका यूथ का गुस्सा

Madagascar Gen Z Protest: राष्ट्रपति राजोएलिना ने अपनी पूरी सरकार को बर्खास्त कर दिया, अपने मंत्रियों की निष्क्रियता के लिए माफी मांगी और देश की समस्याओं का समाधान खोजने की कसम खाई - लेकिन यह विरोध प्रदर्शन को समाप्त करने के लिए पर्याप्त नहीं था.

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Madagascar Gen Z Protest: राष्ट्रपति राजोएलिना ने अपनी पूरी सरकार को बर्खास्त कर दिया
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  • मेडागास्कर के युवाओं का Gen Z आंदोलन पानी और बिजली कटौती तथा सरकार के कुशासन के खिलाफ शुरू हुआ है
  • राष्ट्रपति राजोएलिना ने विरोध प्रदर्शन के बाद अपनी पूरी सरकार को बर्खास्त कर माफी मांगी है लेकिन आंदोलन जारी
  • प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं और न्याय तथा कानून के शासन की उम्मीद कर रहे हैं
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नेपाल और इंडोनेशिया के बाद युवाओं, खासकर Gen Z का आंदोलन अब अफ्रीकी महाद्वीप में पहुंच गया है. एक बार फिर Gen Z के आंदोलन ने एक सरकार गिरा दी है. हालांकि 3 करोड़ की आबादी वाले जिस देश की हम बात कर रहे हैं, वहां के युवाओं का गुस्सा सरकार गिरने के बाद भी शांत नहीं हुआ है. युवाओं के हिंसक आंदोलन के बाद मेडागास्कर के राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना ने कई दिनों की घातक अशांति को खत्म करने के लिए अपनी सरकार को बर्खास्त कर दिया था. लेकिन इसके बावजूद युवा प्रदर्शनकारी फिर सड़क पर उतर आए हैं, पुलिस ने आंसू गैस और रबर की गोलियां चलाई हैं.

मेडागास्कर में GEN Z क्यों कर रहा आंदोलन?

इंडोनेशिया और नेपाल में हुए "Gen Z" विरोध प्रदर्शनों से मेडागास्क के युवा भी प्रेरित हो गए हैं. मेडागास्कर के लोग बार-बार पानी और बिजली कटौती से नाराज होकर सड़क पर उतरे और उन्होंने सरकार के कुशासन को लक्ष्य बनाया है. 

बड़ी भीड़ ने मार्च किया, राजोएलिना को पद छोड़ने के लिए नारे लगा रहे हैं. जापानी एनीमे "वन पीस" में आपने एक समुद्री डाकू की खोपड़ी वाला चिन्ह देखा होगा. वो चिन्ह अब प्रदर्शनकारियों के झंडे पर दिख रहे हैं, जो युवाओं के नेतृत्व वाले प्रदर्शनों का प्रतीक बन गया है.

युवाओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की बख्तरबंद गाड़ियों से आंसू गैस और रबर की गोलियों चलाई गईं. पुलिसिया एक्शन ने भीड़ को तितर-बितर किया, सड़कों पर विस्फोट और चीखें सुनाई दीं, जबकि प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर आगजनी की.

राष्ट्रपति ने सरकार को बर्खास्त किया

विरोध प्रदर्शन बीते गुरुवार को एंटानानारिवो में शुरू हुआ और लगभग 3.2 करोड़ लोगों के इस देश भर के अन्य शहरों में फैल गया. राजधानी में पिछले सप्ताह के विरोध प्रदर्शन के बाद रात में बड़े पैमाने पर लूटपाट हुई, जिसके कारण अधिकारियों को शाम से सुबह तक कर्फ्यू की घोषणा करनी पड़ी.

राष्ट्रपति राजोएलिना ने सोमवार को अपनी पूरी सरकार को बर्खास्त कर दिया, अपने मंत्रियों की निष्क्रियता के लिए माफी मांगी और देश की समस्याओं का समाधान खोजने की कसम खाई - लेकिन यह विरोध प्रदर्शन को समाप्त करने के लिए पर्याप्त नहीं था.

विरोध प्रदर्शन क्यों नहीं रुका?

एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार 30 साल के एक्टिविस्ट मासोवा (बदला नाम) ने कहा, सरकार को बर्खास्त करना केवल "एक छोटी सी जीत है". उन्होंने एएफपी को बताया, "हम वास्तव में बदलाव चाहते हैं, कानून का शासन चाहते हैं, सभी के लिए न्याय चाहते हैं. यही कारण है कि यह अब सिर्फ Gen Z का आंदोलन नहीं है."

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वहीं Gen Z आंदोलन ने मंगलवार रात सोशल मीडिया पर लिखा, "लक्ष्य तक पहुंचने तक लड़ाई कभी नहीं रुकेगी." उसने मालागासी लोगों को "जागने" को कहा. प्रदर्शनकारियों ने 51 साल के राष्ट्रपति राजोइलिना के इस्तीफे की मांग की है, जो पहली बार 2009 में एक विद्रोह के बाद सत्ता में आए थे. उस विद्रोह ने पूर्व राष्ट्रपति मार्क रावलोमनाना को हटा दिया था.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें काले कपड़े पहने एक छात्र प्रदर्शनकारी यह कहते सुना जा रहा है, "मिस्टर एंड्री राजोएलिना, जब आपने विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था, तो आपको अनुमति दी गई थी, यह ठीक था. लेकिन जब हम युवा लोग अपने देश के लिए लड़ने के लिए उठते हैं, तो आप हमें चुप कराने की कोशिश करते हैं." 

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संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस देश में हुए पिछले प्रदर्शनों पर भारी पुलिस एक्शन हुआ था. इसमें कम से कम 22 लोग मारे गए थे और 100 से अधिक घायल हुए थे.

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