फ्रांस की राजधानी पेरिस के जिस लूव्र म्यूजियम (Louvre Museum) में चोरों ने महज 7 मिनट के भीतर 900 करोड़ रुपये से ज्यादा वैल्यू के गहने उड़ा डाले, वहां के सिक्योरिटी कैमरों का पासवर्ड बेहद कमजोर निकला. क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं, वहां के कैमरों का सिक्योरिटी पासवर्ड क्या होगा? जांच में जो सामने आया है, वो पासवर्ड जान आप माथा पीट लेंगे! जांच के दौरान पता चला कि चोरी के समय इस विश्व प्रसिद्ध संग्रहालय के वीडियो मॉनिटरिंग सिस्टम का पासवर्ड 'Louvre' था. यानी कि जो नाम संग्रहालय का, वही पासवर्ड भी. इसने संग्रहालय की सुरक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
महज 7 मिनट में हुई चोरी
अमेरिकी टीवी नेटवर्क ABC ने बताया कि फ्रांसीसी जांचकर्ताओं के अनुसार पूरी चोरी सिर्फ सात मिनट में हुई. Louvre के निदेशक ने फ्रांसीसी सीनेटर्स को बताया, 'अपोलो गैलरी में लगाए गए सुरक्षा सिस्टम ने पूरी तरह काम किया. सवाल यह है कि इस सिस्टम को नई तरह की हमले और तरीकों के लिए कैसे बेहतर बनाया जाए, जिसका हमें पहले अंदाजा नहीं था.'
कौन हैं हिरासत में लिए गए संदिग्ध?
चोरी में संलिप्तता के आरोप में चार संदिग्ध हिरासत में हैं. CNN की रिपोर्ट के अनुसार ये स्थानीय अपराधी हैं, जिनका संगठित अपराध से कोई संबंध नहीं है. पेरिस की अभियोजक लॉर बेक्कुओ ने बताया कि यह समूह एक महिला और तीन पुरुषों का है, जो सीन-सेंट-डेनिस इलाके में रहते हैं. इसी में से एक संदिग्ध के 11 पिछले अपराध दर्ज हैं, जिनमें से 10 डकैती के हैं. बेक्कुओ ने कहा, 'उसका आपराधिक रिकॉर्ड अलग-अलग अपराधों का है, लेकिन जो सामान्यतः संगठित अपराध में शामिल होने वाले लोगों का होता है, वैसा नहीं है.'
एक अन्य संदिग्ध के 15 पिछली धारणाएं हैं, जिनमें दो डकैती के मामले शामिल हैं. बेक्कुओ ने कहा, ' यह आश्चर्यजनक नहीं है. हम देख रहे हैं कि बिना संगठित अपराध से जुड़े लोग तेजी से गंभीर अपराधों की ओर बढ़ रहे हैं.' चोरों ने Louvre के ऊपरी मंजिल की अपोलो गैलरी से गहने चुराए. वे एक ट्रक से लगे सीढ़ी का इस्तेमाल करके संग्रहालय के एक सिरे पर लगे खिड़की से अंदर घुसे. उन्होंने दो हाई सिक्योरिटी वाले डिसप्ले बॉक्स के शीशे तोड़कर कुल 9 आइटम्स गायब कर डाले.














