- लीबिया के मिलिट्री चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अली अहमद अल-हद्दाद की तुर्की में प्लेन क्रैश में मौत हो गई
- दुर्घटना में चार अन्य लीबियाई सैन्य अधिकारी और तीन क्रू मेंबर भी मारे गए, कुल सात लोग मरे
- जनरल अल-हद्दाद पश्चिमी लीबिया के शीर्ष सैन्य कमांडर थे और सेना को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
लीबिया के मिलिट्री चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अली अहमद अल-हद्दाद की एक प्लेन क्रैश में मौत हो गई जब वह अपनी यात्रा के लिए तुर्की पहुंचे हुए थे. उनके साथ-साथ चार अन्य लीबियाई सैन्य अधिकारी और तीन क्रू मेंबर की भी मौत हुई है. प्लेन पर कुल 7 लोग सवार थे और उनमें से कोई जीवित नहीं बचा है. तुर्की की राजधानी अंकारा से उड़ान भरने के बाद यह प्लेन क्रैश हुआ. एपी की रिपोर्ट के अनुसार लीबियाई अधिकारियों ने कहा कि दुर्घटना का कारण प्लेन में तकनीकी खराबी थी, हालांकि तुर्की अपनी तरफ से पूरी जांच करेगा.
यह प्लेन फाल्कन 50 जेट था और इसका मलबा मध्य अंकारा से लगभग 40 मील दक्षिण पश्चिम में तुर्की के हेमाना जिले में पाया गया. तुर्की के आंतरिक मंत्री अली येरलिकाया ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि प्लेन ने रात 8:30 बजे उड़ान भरी और 40 मिनट बाद उसका संपर्क टूट गया. येरलिकाया ने कहा कि सभी कम्यूनिकेशन बंद होने से पहले प्लेन ने हेमाना के पास एक इमरजेंसी लैंडिंग सिग्नल जारी किया था.
स्थानीय टेलीविजन चैनलों पर चलाए जा रहे एक CCTV कैमरे के फुटेज में रात का आकाश अचानक किसी विस्फोट से जगमगाता दिख रहा है.
तुर्की के अधिकारियों ने कहा कि लीबिया की सेना का यह प्रतिनिधिमंडल दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उच्च स्तरीय रक्षा वार्ता के लिए अंकारा में था. लीबिया के प्रधान मंत्री अब्दुल-हामिद दबीबा ने जनरल मुहम्मद अली अहमद अल-हद्दाद और चार सैन्य अधिकारियों की मौत की पुष्टि की. फेसबुक पर एक बयान में उन्होंने बताया कि यह दुखद दुर्घटना तब हुई जब प्रतिनिधिमंडल घर लौट रहा था. प्रधान मंत्री ने इसे लीबिया के लिए "बड़ी क्षति" बताया.
कौन थे लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अली अहमद अल-हद्दाद?
अल-हद्दाद पश्चिमी लीबिया में शीर्ष सैन्य कमांडर थे और उन्होंने लीबिया की सेना को एकजुट करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में चल रहे प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जो कि लीबिया की संस्थाओं की तरह ही विभाजित हो गई थी. लीबिया 2011 में नाटो समर्थित विद्रोह के बाद से विभाजित हो गया है जिसमें लंबे समय तक शासक मुअम्मर गद्दाफी को उखाड़ फेंका गया था और उन्हें मार दिया गया था.
दुर्घटना में मरने वाले चार अन्य अधिकारिमें में लीबिया की जमीनी सेना के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल अल-फितौरी गरीबिल, सैन्य विनिर्माण प्राधिकरण का नेतृत्व करने वाले जनरल महमूद अल-कातावी, चीफ ऑफ स्टाफ के सलाहकार मोहम्मद अल-असावी दियाब और चीफ ऑफ स्टाफ कार्यालय के एक सैन्य फोटोग्राफर मोहम्मद उमर अहमद महजूब शामिल थे.














