लेबनान में जिस तरह से 'पेजर बम' (Lebanon Pagers Attack) के जरिए इजरायल से जंग लड़ रहे हिजबुल्लाह (Hezbollah) लड़ाकों को निशाना बनाया गया है, उससे दुनिया भर के एक्सपर्ट हैरान हैं. बेरूत की अमेरिकी यूनिर्सिटी के फैलो और अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार रामी कोउरी ने अल जजीरा से बातचीत में इस हमले को बेहद खतरनाक करार दिया. कोउरी के मुताबिक इस तरह का हमला पहले न देखा न सुना गया था.
उनके मुताबिक इजरायल में इस तरह की हमलों को अंजाम देने की महारत हासिल है. यह दिखाता है कि हिजबुल्लाह की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है. साइबर अटैक को तो हम जान सकते हैं, लेकिन यह बेहद खतरनाक हमला है. लेबनान में एक साथ इतने पेजर के फटने से हिजबुल्ला के कई लोग घायल हुए हैं. इससे हिजबुल्ला का संचार नेटवर्क भी तबाह हुआ है, लेकिन उनके पास इसका बैकअप है. पिछले 9 महीने से इजरायल के खिलाफ जंग में शामिल हिजबुल्लाह पर यह घातक हमला है.
गाजा संघर्ष से ध्यान बंटाने की कोशिश : कोहरी
रामी कोहरी कहते हैं, 'इजरायल को लगता है कि वह कुछ भी कर लेगा और अमेरिकी और बाकी पश्चिमी देश उसे सपोर्ट करते रहेंगे. यह इजरायलियों का गाजा में चल रहे संघर्ष से ध्यान बंटाने की कोशिश है. अब देखना होगा कि हिजबुल्लाह इसका क्या जवाब देता है.'
युद्ध में हार-जीत तकनीकी महारत पर टिकी : कोहरी
कोहरी के मुताबिक पेजर अटैक दिखाता है कि दुनिया में जंग का मैदान किस दिशा में मुड़ रहा है. कुछ दिन पहले हिजबुल्लाह का ड्रोन तेल अवीव के ऊपर वीडियो बनाकर लौट आया था. युद्ध में हार जीत अब तकनीकी महारत पर टिक गई है. इजरायलियों को इसमें बड़ी बढ़त है. वे साइबर वर्ल्ड के बड़े योद्धा हैं. यह इस संघर्ष में टर्निंग पॉइंट जैसा है.
बता दें कि लेबनान मंगलवार को हिज्बुल्लाह सदस्यों के हजारों पेजरों में विस्फोट से दहल उठा. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार हमलों में 8 लोगों की मौत हो गई है और 2,750 घायल हुए हैं. हिज्बुल्लाह ने हमले के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है.