Shubhanshu Shukla's Space Axiom-4 Mission: अंतरिक्ष यात्री जिस रॉकेट में बैठकर जाने वाले हैं उसके लीकेज यानी रिसाव की समस्या पाई गई है
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य को लेकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाने को तैयार Axiom-4 मिशन को एक बार फिर स्थगित कर दिया गया है. इसकी वजह है कि ये अंतरिक्ष यात्री SpaceX के जिस फाल्कन-9 रॉकेट में बैठकर जाने वाले हैं उसके लीकेज यानी रिसाव की समस्या पाई गई है और इंजीनियरों ने उसकी मरम्मत के लिए और समय मांगा है. SpaceX ने घोषणा की कि उसने पोस्ट-स्टैटिक बूस्टर निरीक्षण के दौरान पाया की लिक्विड ऑक्सीजन का रिसाव हो रहा है और उसकी मरम्मत के लिए Axiom-4 मिशन के फाल्कन -9 रॉकेट के लॉन्च को अभी टाल दिया गया है.
लॉन्चिंग के टलने पर जानकारी देते हुए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी ISRO ने कहा कि फाल्कन 9 लॉन्च व्हीकल के बूस्टर चरण के प्रदर्शन को वेरिफाई करने के लिए लॉन्च पैड पर सात सेकंड का गर्म परीक्षण किया गया था. परीक्षण के दौरान प्रोपल्शन बे में LOX रिसाव का पता चला है. ISRO टीम द्वारा Axiom और SpaceX के विशेषज्ञों के साथ इस विषय पर चर्चा के आधार पर रिसाव को ठीक करने और लॉन्च के लिए मंजूरी देने से पहले आवश्यक सत्यापन परीक्षण करने का निर्णय लिया गया है. इसलिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर पहली भारतीय गगनयात्री भेजने के लिए 11 जून 2025 को प्रस्तावित Axiom 04 का प्रक्षेपण यानी लॉन्चिंग स्थगित कर दिया गयी है.
Axiom-4 मिशन भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ले जाएगा. इससे पहले सोवियत संघ के इंटरकोस्मोस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में भारत के अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा आठ दिनों तक पृथ्वी की परिक्रमा करने के बाद धरती पर आए थे. अब शुभांशु शुक्ला इतिहास बनाने वाले हैं, वो अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बनने के लिए तैयार हैं. उससे भी खास बात कि वो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाने वाले पहले अंतरिक्ष यात्री बनेंगे.
ISRO ने Axiom-4 मिशन के लिए नासा और SpaceX के साथ समझौता किया है, जिसका इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर ऐसे एक्सपेरिमेंट करना है जो भारत के अपने अंतरिक्ष मिशनों में और मदद करेगा.