भारतवंशी कमला हैरिस (Kamala Harris) ने इतिहास रच दिया है. वे अमेरिका (America) में उप राष्ट्रपति (Vice President) पद के लिए निर्वाचित होने वाली पहली महिला हैं. हैरिस अमेरिका की पहली भारतवंशी, अश्वेत और अफ्रीकी अमेरिकी उप राष्ट्रपति होंगी. कमला हैरिस की जीत के बाद उनकी बहन माया हैरिस (Maya Harris) ने कहा ''मम्मी ने हमें सिखाया कि हम कुछ भी कर सकते हैं. वे आज गर्व से परे होंगी.'' कमला हैरिस के मामा गोपाल बालचंद्रन भी कमला की जात की खबर से खुश हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने कल ही अपनी भांजी से कहा था कि वह जीतने जा रही है.
अमेरिकी सीनेटर कमला हैरिस की उपलब्धि से गदगद उनके मामा गोपालन बालचंद्रन ने शनिवार को बताया कि उन्होंने एक दिन पहले ही अपनी भांजी से कहा था कि वह जीतने जा रही हैं और अमेरिका की अगली उप राष्ट्रपति बनेंगी.
कमला हैरिस के मामा गोपालन बालचद्रन.
बालचंद्रन ने कमला हैरिस को योद्धा करार देते हुए कहा कि वह बेहद ''खुश और गर्व'' महसूस कर रहे हैं. गिनती को लेकर जारी चिंता के सवाल पर बालचंद्रन ने कहा, '' बाइडेन-हैरिस की जीत ऐसी है जिसे हम देखना चाहते थे. मैंने कल ही कमला से कहा था कि वह जीतने जा रही हैं.''
अमेरिकी मीडिया संस्थानों की रिपोर्टों के मुताबिक, राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बाइडेन ने अपने प्रतिद्वंद्वी रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप को शिकस्त दे दी है. भारतीय मूल की 56 वर्षीय हैरिस अमेरिका की उप राष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला होंगी. वह देश की पहली भारतीय मूल की, पहली अश्वेत और पहली अफ्रीकी-अमेरिकी महिला उपराष्ट्रपति होंगी.
भारतवंशी कमला देवी हैरिस ने इतिहास रच दिया है. वह अमेरिका में उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित होने वाली पहली महिला हैं. यही नहीं, हैरिस देश की पहली भारतवंशी, अश्वेत और अफ्रीकी अमेरिकी उपराष्ट्रपति होंगी.
‘फीमेल ओबामा' के नाम से लोकप्रिय हैरिस सीनेट की सदस्य भी पहली बार ही बनी थीं. राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार रहे जो बाइडेन ने अगस्त में उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार के रूप में हैरिस को चुना था. राष्ट्रपति पद के अपने सपनों को हैरिस ने चुनाव प्रचार हेतु वित्तीय संसाधनों के अभाव का हवाला देते हुए त्याग दिया था. अपने पूर्व प्रतिद्वंद्वी बाइडेन की किसी समय हैरिस कटु आलोचक थीं. 56 वर्षीय हैरिस सीनेट के तीन एशियाई अमेरिकी सदस्यों में से एक हैं.
कमला हैरिस ने कई मिसालें कायम की है. वह सेन फ्रांसिस्को की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी बनने वाली पहली महिला, पहली भारतवंशी और पहली अफ्रीकी अमेरिकी हैं. ओबामा के कार्यकाल में वह ‘फीमेल ओबामा' के नाम से लोकप्रिय थीं.
कैलिफोर्निया के ओकलैंड में 20 अक्टूबर 1964 को जन्मी कमला देवी हैरिस की मां श्यामला गोपालन 1960 में भारत के तमिलनाडु से यूसी बर्कले पहुंची थीं, जबकि उनके पिता डोनाल्ड जे हैरिस 1961 में ब्रिटिश जमैका से इकोनॉमिक्स में स्नातक की पढ़ाई करने यूसी बर्कले आए थे. यहीं अध्ययन के दौरान दोनों की मुलाकात हुई और मानव अधिकार आंदोलनों में भाग लेने के दौरान उन्होंने विवाह करने का फैसला कर लिया.
हाई स्कूल के बाद हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाली कमला अभी सात ही बरस की थीं, जब उनके माता-पिता एक दूसरे से अलग हो गए. कमला और उनकी छोटी बहन माया अपनी मां के साथ रहीं और उन दोनों के जीवन पर मां का बहुत प्रभाव रहा. हालांकि वह दौर अश्वेत लोगों के लिए सहज नहीं था. कमला और माया की परवरिश के दौरान उनकी मां ने दोनों को अपनी पृष्ठभूमि से जोड़े रखा और उन्हें अपनी साझा विरासत पर गर्व करना सिखाया. वह भारतीय संस्कृति से गहरे से जुड़ी रहीं.
बाइडेन-हैरिस की प्रचार वेबसाइट इस संबंध में कमला ने अपनी आत्मकथा ''द ट्रुथ्स वी होल्ड'' में लिखा है कि उनकी मां को पता था कि वह दो अश्वेत बेटियों का पालन पोषण कर रही हैं और उन्हें सदा अश्वेत के तौर पर ही देखा जाएगा, लेकिन उन्होंने अपनी बेटियों को ऐसे संस्कार दिए कि कैंसर रिसर्चर और मानवाधिकार कार्यकर्ता श्यामला और उनकी दोनों बेटियों को ''श्यामला एंड द गर्ल्स'' के नाम से जाना जाने लगा.
हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अध्ययन के बाद हैरिस ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की. 2003 में वह सेन फ्रांसिस्को की शीर्ष अभियोजक बनीं. 2010 में वह कैलिफोर्निया की अटॉर्नी बनने वाली पहली महिला और पहली अश्वेत व्यक्ति थीं. 2017 में हैरिस कैलिफोर्निया से जूनियर अमेरिकी सीनेटर चुनी गईं. कमला ने 2014 में जब अपने साथी वकील डगलस एम्पहॉफ से विवाह किया तो वह भारतीय, अफ्रीकी और अमेरिकी परंपरा के साथ साथ यहूदी परंपरा से भी जुड़ गईं.
(इनपुट भाषा से भी)