जो बाइडेन और शी चिनफिंग की सैन फ्रांसिस्को में होगी मुलाकात, इन मुद्दों पर चर्चा संभव

व्हाइट हाउस का कहना है कि सैन फ्रांसिस्को में एक अघोषित जगह पर आयोजित होने वाले शिखर सम्मेलन का उद्देश्य दोनों देशों के बीच तीव्र प्रतिद्वंद्विता को संघर्ष में बदलने से रोकने के लिए बातचीत को बढ़ावा देना है.  

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जो बाइडेन और शी चिनफिंग की करेंगे मुलाकात
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  • दोनों नेताओं के बीच कई अहम मुद्दे पर हो सकती है बात
  • वैश्विक राजनीति के लिए यह मुलाकात है बेहद अहम
  • इस मुलाकात को लेकर व्हाइट हाउस ने जारी किया बयान
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग बुधवार को सैन फ्रांसिस्को में एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) फोरम के शिखर सम्मेलन से पहले मिलेंगे. इस मुलाकात को दोनों के बीच चली आ रही गहमा-गहमी को खत्म करने के लिए बेहद अहम माना जा रहा है.  दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेता एक दशक से अधिक समय से एक-दूसरे को जानते हैं. और इस सम्मेलन का जनवरी 2021 में बाइडेन के द्वारा उद्घाटन किए जाने के बाद भी ये दोनों नेता आपस में कई बार मिल चुके हैं.

हालांकि, इन मुलाकातों के दौरान ऐसा सिर्फ एक बार हुआ है जब दोनों नेताओं ने व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात की हो. और शी चिनफिंग ने 2017 के बाद अमेरिका का दौरा भी नहीं किया है. उनका आखिरी दौरा राष्ट्रपति ड्रंप के समय हुआ था. 

इन मुद्दों पर हो सकती है बात ? 

व्हाइट हाउस का कहना है कि सैन फ्रांसिस्को में एक अघोषित स्थान पर आयोजित होने वाले शिखर सम्मेलन का उद्देश्य तीव्र प्रतिद्वंद्विता को संघर्ष में बदलने से रोकने के लिए बातचीत को बढ़ावा देना है. इस बैठक में मध्य पूर्व में संघर्ष से लेकर यूक्रेन पर रूस के आक्रमण, उत्तर कोरिया के रूस, ताइवान के साथ संबंध, मानवाधिकार, AI के साथ-साथ "निष्पक्ष" व्यापार और आर्थिक संबंधों जैसे वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है. 

अमेरिका के अधिकारी ने कहा कि बाइडेन इस बैठक के दौरान चिनफिंग को बताएंगे कि अमेरिका लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान, जिस पर चीन अपना दावा करता है, और दक्षिण और पूर्वी चीन सागर के खिलाफ चीनी दबाव के सामने, इंडो-पैसिफिक में अपने सहयोगियों और साझेदारों के साथ खड़ा रहने के लिए प्रतिबद्ध है. वह फिलीपींस की सुरक्षा के लिए विशेष प्रतिबद्धता भी व्यक्त करेंगे. 

किस डील पर लग सकती है मुहर ? 

व्हाइट हाउस का कहना है कि वाशिंगटन विशिष्ट परिणामों की तलाश में है और चीन के साथ मिलिट्री टू मिलिट्री संबंधों को फिर से स्थापित करने और शक्तिशाली सिंथेटिक ओपिओइड दवा फेंटेनाइल में व्यापार का मुकाबला करने में प्रगति देखने की उम्मीद करता है. इसका उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका में एक संकट बन गया है. फेंटेनल पर किसी भी सौदे का मतलब यह होगा कि वाशिंगटन को बदले में चीन के पुलिस फोरेंसिक संस्थान पर मानवाधिकार प्रतिबंध हटाना होगा. 

बाइडेन ने मंगलवार को कहा कि उनका लक्ष्य चीन के साथ सैन्य-से-सैन्य संपर्क सहित सामान्य संचार फिर से शुरू करना होगा. 2024 की शुरुआत में ताइवान में चुनावों के साथ, राजनीतिक विश्लेषकों को उम्मीद है कि चीन अमेरिका से यह आश्वासन मांगेगा कि वह स्वतंत्रता-समर्थक तत्वों को प्रोत्साहित करने के लिए कुछ नहीं करेगा, जबकि शी चिनफिंग बाइडेन को टैरिफ और निर्यात नियंत्रण में ढील देने के लिए मनाने की भी उम्मीद कर रहे होंगे, जिसका लक्ष्य है सबसे उन्नत अर्धचालक चीन भेजे जा रहे हैं. व्यापारिक नेताओं के साथ एक अलग रात्रिभोज में, चीनी राष्ट्रपति चीन में अमेरिकी कंपनियों द्वारा निवेश को बढ़ावा देने पर भी विचार करेंगे.

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