टकरा गईं चार महाशक्तियां! चीन और रूस ने एटम बम वाले लड़ाकू विमान उड़ाए तो अमेरिका तक मची खलबली

Japan China Military Tension: जापान और चीन के बीच की तल्खी में अमेरिका और रूस भी कूद गए हैं. दूसरी तरफ साउथ कोरिया की सेना ने भी कहा कि उसके एयर स्पेस में चीन और रूस के फाइटर जेट अवैध रूप से उड़ान भर रहे हैं.

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  • चीन ने जापान के सैन्य विमानों पर रडार लॉक किया है, जिसे जापान ने खतरनाक और उकसावे वाली कार्रवाई बताया है
  • अमेरिका ने पहली बार चीन के इस कदम की आलोचना करते हुए जापान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है
  • रूस और चीन ने मिलकर जापान सागर से पूर्वी चीन सागर तक परमाणु बम बरसाने वाले विमान उड़ाए हैं
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चीन और जापान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है और इस बीच अमेरिका और रूस ने अपना-अपना खेमा चुन लिया है. अमेरिका ने मंगलवार, 9 दिसंबर को पहली बार उन चीनी फाइटर जेट्स की कार्रवाई की आलोचना की, जिन्होंने पिछले हफ्ते जापान के सैन्य विमानों की ओर अपने रडार लॉक किए थे. यह हमले के ठीक पहले का कदम होता है. जापान ने चीन की इस हरकत को "खतरनाक" बताया है. चिंता की बात यह है कि चीन की तरफ से तनाव कम करने की जगह रूसी के फाइटर जेट को भी बुला लिया गया है. जापान का आरोप है कि इस रडार वाली कार्रवाई के बाद रूस के न्यूक्लियर बम बरसाने की क्षमता रखने वाले दो TQ-95 विमान और चीन के H-6 बॉम्बर्स ने जापान सागर से पूर्वी चीन सागर की ओर उड़ान भरी है.

ट्रंप ने जापान को दिया फुल सपोर्ट

जापान के ओकिनावा द्वीपों के पास शनिवार को चीनी रडार से उकसावे की दो घटनाएं हुईं थी. इसे कई सालों में चीनी और जापानी सेनाओं के बीच सबसे गंभीर तनातनी माना जा रहा है. अब अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि चीन की हरकतें क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए अनुकूल नहीं हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिका के विदेश विभाग की तरफ से कहा गया, "अमेरिका-जापान गठबंधन पहले से कहीं अधिक मजबूत और एकजुट है. हमारे सहयोगी जापान के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है, और हम इस और अन्य मुद्दों पर निकट संपर्क में हैं."

रूस और चीन के फाइटर जेट एक साथ उड़ रहें

चीन रडार लॉक करने के बाद भी नहीं रुका है. जापान ने दावा किया है कि रूस और चीन के 4 फाइटर जेट प्रशांत क्षेत्र में "लंबी दूरी की संयुक्त उड़ान" भर रहे हैं. इसके बाद जापान ने रूसी और चीनी वायु सेनाओं की निगरानी के लिए अपने फाइटर जेट को तैनात किया है. चिंताजनक बात यह है कि रूस और चीन के सिर्फ ये 4 फाइटर जेट उड़ान नहीं भर रहे हैं. जापान ने कहा गया है कि जापान के ओकिनावा और मियाको द्वीपों के बीच एक राउंड-ट्रिप उड़ान भरते समय चार चीनी जे-16 फाइटर जेट बॉम्बर्स भी इनके साथ शामिल हो गए. साउथ कोरिया की सेना ने भी मंगलवार को कहा कि सात रूसी विमान और दो चीनी विमान उसके वायु रक्षा क्षेत्र में घुस आये हैं.

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