जेल में बंद पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने मंगलवार को अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को “फर्जीवाड़े” से सरकार बनाने के “दुस्साहस” के खिलाफ चेतावनी दी. चुनाव में खंडित जनादेश के बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) की पीएमएल-एन पार्टी सत्ता में आती दिख रही है. आठ फरवरी के चुनाव में उनकी पार्टी की जीत को विफल करने के विपक्षी दलों के प्रयासों के परोक्ष संदर्भ में, खान ने यह भी कहा, 'पीटीआई कभी समझौता नहीं करेगी.'
खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने संसद में सबसे अधिक सीट जीतकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया है. चुनाव परिणाम के पांच दिन बाद भी स्थिति स्पष्ट नहीं है कि पाकिस्तान की नयी सरकार कैसी होगी.
खान ने अपने आधिकारिक ‘एक्स' हैंडल पर जेल से अपने परिवार के माध्यम से पोस्ट किए गए एक संदेश में कहा, “मैं चुराए गए मतों के साथ सरकार बनाने के दुस्साहस के खिलाफ चेतावनी देता हूं. दिनदहाड़े इस तरह की डकैती न केवल लोगों का अपमान होगी, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था को और भी नीचे की ओर धकेल देगी.”
PM पद की रेस से हटे बिलावल भुट्टो
उधर, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी के प्रधानमंत्री पद की दौड़ से पीछे हटने के साथ पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के प्रमुख नवाज शरीफ के चौथी बार देश के प्रधानमंत्री बनने की संभावना मजबूत हो गई है. तीन प्रमुख दलों-पीएमएल-एन, पीपीपी या पीटीआई में से किसी ने भी आठ फरवरी को हुए आम चुनावों में नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल करने के लिए आवश्यक सीटें नहीं जीती हैं. इसलिए, अपने दम पर सरकार बनाने में वे असमर्थ होंगे.
बिलावल ने अपनी अध्यक्षता में हुई पीपीपी की उच्चाधिकार प्राप्त केंद्रीय कार्यकारी समिति की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी केंद्र में सरकार बनाने के लिए जनादेश प्राप्त करने में विफल रही. बिलावल ने कहा, ‘‘इस वजह से मैं खुद को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की दौड़ के लिए आगे नहीं रखूंगा.''
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