पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की अल कादिर ट्रस्ट घोटाले में गिरफ्तारी के बाद से पड़ोसी मुल्क में हिंसक घटनाएं जारी हैं. इस्लामाबाद, पंजाब, सिंध समेत कई जगहों से प्रदर्शन और पीटीआई समर्थकों की पुलिस के साथ झड़प की खबरें भी आ रही हैं. पाकिस्तान (Pakistan Unrest) के सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान की गिरफ्तारी पर कई सवाल खड़े किए हैं. दूसरी तरफ, इमरान की गिरफ्तारी के तरीके को लेकर पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) को चिट्ठी लिखी है. राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने पीएम को लिखी चिट्ठी में कहा कि जिस तरीके से इमरान खान को अदालत परिसर से गिरफ्तार कर लिया गया, उससे मुल्क की इमेज खराब हुई है. अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में पाकिस्तान का माखौल (मज़ाक) बनाया जा रहा है.
गिरफ्तारी पर पाक SC का सवाल
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद अदालत से सड़क तक हलचल मची हुई है. पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान की गिरफ्तारी पर कई सवाल खड़े किए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सख़्त लहजे में कहा है कि अदालत के परिसर से इमरान की गिरफ्तारी डिस्ग्रेसफुल- यानी अपमानजनक है. अदालत ने इमरान को एक घंटे के भीतर पेश करने को कहा. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह नेशनल अकाउंटिबिलेटी ब्यूरो (NAB) के वारंट की वैधता की भी जांच करेगा.
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार 'डॉन' के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश ने सवाल किया, 'अगर 90 लोग परिसर में प्रवेश कर जाते हैं तो अदालत की क्या गरिमा रह जाती है? अदालत परिसर से किसी व्यक्ति को कैसे गिरफ्तार किया जा सकता है?'
इमरान खान की गिरफ्तारी पर बवाल
बीते दो दिनों में इमरान खान के समर्थकों ने अलग-अलग शहरों में हंगामा किया. इस दौरान हिंसक घटनाओं में 8 लोगों की मौत भी हो गई. इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रदर्शन का आलम ये था कि प्रदर्शनकारी रावलपिंडी में सैनिक मुख्यालय तक में घुस गए. पेशावर में उन्होंने रेडियो स्टेशन जला दिया. मियांवाली के हवाई अड्डे तक में दाखिल हो गए.
8 दिन की रिमांड पर भेजे गए इमरान खान
बुधवार को कोर्ट ने इमरान खान को 8 दिन की नेशनल एकाउंटेबिलिटी ब्यूरो की हिरासत में भेज दिया है. इमरान के करीबी शाह महमूद कुरैशी को भी गिरफ्तार कर लिया गया. उन्हें किसी अज्ञात जगह ले जाया गया है. उन पर सुनियोजित ढंग से हिंसा भड़काने का आरोप है.
पाक सेना ने दी चेतावनी
इस बीच पाक सेना ने चेतावनी दी है कि आगे कोई सैनिक प्रतिष्ठानों पर हमले की कोशिश न करे. ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी. पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भी कहा है कि प्रदर्शनकारी माहौल और न बिगाड़ें.
दूसरे देशों में भी हो रहे प्रदर्शन
हालांकि, विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला दूसरे देशों में भी जारी है. अमेरिका और ब्रिटेन में इमरान के समर्थन में प्रदर्शन हुए हैं. हालांकि, वहां की सरकारों ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है. चीन भी चुप है जो पाकिस्तान के मामलों में काफी अहम भूमिका निभाता रहा है.