- 1990 के दशक में इटली के कुछ लोग बोस्निया के साराजेवो में स्नाइपर सफारी पर आम नागरिकों का शिकार करते थे
- इटली में सरकारी वकील ने उन आरोपों की जांच शुरू की है जिनमें आम लोगों को गोली मारने का दावा किया गया है
- पत्रकार एजियो ने शिकायत दर्ज कराई है कि अमीर लोग साराजेवो के आसपास मासूम लोगों को मारने के लिए भुगतान करते थे
इंसान जब जानवर बन जाता है तो वह अपने शौक, अपने मजे के लिए जानवरों का शिकार करने लगता है. लेकिन क्या होगा अगर कोई उससे भी नीचे गिर जाए. वो लोग कैसे होंगे जो अपने मजे के लिए दूसरे मासूम लोगों का शिकार करने लगें- वो 'स्नाइपर सफारी' पर जाने लगें. पहली बार पढ़ने में शायद आपको यकीन न हो, लेकिन 1990 के दशक में इटली के टूरिस्ट 'स्नाइपर सफारी' पर बोस्निया हर्जेगोविना जाते थे और मजे के लिए आम लोगों का शिकार करते थे, उनको गोली मारते थे. इटली के शहर मिलान में सरकारी वकील के कार्यालय ने उन दावों की जांच शुरू कर दी है जिसके अनुसार 1990 के दशक की शुरुआत में युद्ध के दौरान इटली के लोग इस 'स्नाइपर सफारी' जाते थे.
इटाली के लोगों और अन्य लोगों पर आरोप है कि उन्होंने उस समय जंग में घिर हुए साराजेवो शहर में आम नागरिकों पर गोली चलाने के लिए बड़ी रकम का पेमेंट किया था. यह मामला पत्रकार और उपन्यासकार एजियो गवाजेनी ने दर्ज कराई है. उन्होंने अपनी शिकायत में बताया है कि हथियारों के जुनून के साथ "बहुत अमीर लोगों" ने 1990 में "मैनहंट" यानी मासूम लोगों का शिकार किया था. ये अमीर लोग साराजेवो के आसपास की पहाड़ियों में सर्बिया के पोजिशन से "रक्षाहीन नागरिकों को मारने के लिए भुगतान किया" था.
दरअसल यूगोस्लाविया युद्ध से टूट गया था और सारेजेवो शहर को सर्बिया की सेनाओं ने घेर लिया था. शहर पर लगातार गोलाबारी और स्नाइपर फायर की जा रही थी. विदेशों से स्नाइपर सफारी पर आए "मानव शिकारियों" के बारे में इसी तरह के आरोप पिछले कुछ वर्षों में कई बार लगाए गए हैं, लेकिन उपन्यासकार गावजेनी ने सबूत जमा किए हैं. इसमें एक बोस्नियाई सैन्य खुफिया अधिकारी की गवाही शामिल है. अब जांच इटली की आतंकवाद विरोधी अभियोजक एलेसेंड्रो गोबिस द्वारा की जा रही है. आरोप हत्या का लगाया गया है.













