- इजरायली जनता ने तेल अवीव में सेना मुख्यालय के सामने गाजा युद्ध समाप्त करने की मांग को लेकर बड़ी रैली आयोजित की
- प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से बंधकों की रिहाई और युद्ध को खत्म कराने की अपील की.
- इजरायली PM नेतन्याहू पर जनता में निराशा बढ़ रही है, क्योंकि वे युद्ध रोकने के लिए कार्रवाई नहीं कर रहे.
गाजा में जारी इजरायली सरकार के विभत्स जंग से खुद इजरायल की जनता परेशान हो चुकी है. इजरायल के हजारों लोगों ने शनिवार, 6 सितंबर की रात तेल अवीव में सेना के मुख्यालय के सामने की रैली निकाली. उन्होंने इस रैली में सीधे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से गाजा युद्ध को समाप्त करने और हमास के पास बंधक बने लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने की अपील की.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने सैन्य मुख्यालय के बाहर एक सार्वजनिक चौराहे पर भीड़ जमा कर दी. वे इजरायली झंडे लहरा रहे थे और बंधकों की तस्वीरों वाली तख्तियां लिए हुए थे. कुछ लोगों के हाथ में ऐसी तख्तियां भी थीं, जिन पर लिखा था: 'गाजा युद्ध जारी रहने से ट्रंप की विरासत तबाह हो रही.'
“सिर्फ ट्रंप ही नेतन्याहू को रोक सकते हैं”
रिपोर्ट के अनुसार तेल अवीव में रहने वाले 40 साल के बोअज ने इजरायली प्रधान मंत्री का जिक्र करते हुए कहा, "हमें लगता है कि ट्रंप दुनिया में एकमात्र व्यक्ति हैं जिनकी बीबी (नेतन्याहू) पर चलती है. सिर्फ वही बीबी को ऐसा करने के लिए (जंग रोकने) मजबूर कर सकते हैं." इजरायली जनता के एक बड़े तबके में प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के प्रति निराशा बढ़ रही है. नेतन्याहू जंग रोकते नहीं दिख रहे हैं, उन्होंने सेना को गाजा के शहर केंद्र पर कब्जा करने का आदेश दिया है जहां शायद बंधकों को रखा गया है.
इजराइली अधिकारियों के अनुसार, बंधकों के परिवारों और उनके समर्थकों को डर है कि गाजा शहर पर हमले से उनके प्रियजनों को खतरा हो सकता है. ठीक यहीं चिंता सैन्य नेतृत्व को भी है.
तेल अवीव में हर हफ्ते होने वाले प्रदर्शनों का आकार बढ़ गया है यानी अब और अधिक लोग उसमें शामिल हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सरकार बंधकों की रिहाई के लिए हमास के साथ युद्धविराम सुनिश्चित करे. प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि शनिवार रात की रैली में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. येरूशलम में भी बड़ा प्रदर्शन देश की राजधानी में हुआ.
गौरतलब है कि ट्रंप ने अपने राष्ट्रपति अभियान के दौरान राष्ट्रपति बनते ही गाजा में युद्ध को खत्म करने का वादा किया था. उनके दूसरे कार्यकाल में शुरू हुए लगभग आठ महीने बीत जाने के बाद भी कोई सफलता नहीं मिली है. शुक्रवार को उन्होंने कहा था कि वाशिंगटन हमास के साथ "बहुत गहरी" बातचीत में लगा हुआ है.
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