- इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में इजरायली सेना को पूर्ण ताकत से हमले का आदेश दिया है.
- अमेरिका की मध्यस्थता के बाद हमास और इजरायल के बीच सीजफायर लागू हुआ था लेकिन तनाव अभी भी बना हुआ है.
- हमास की ओर से बार-बार सीजफायर समझौते का उल्लंघन करने की रिपोर्ट आई है जिसके बाद इजरायल ने कड़ी कार्रवाई की.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को इजरायली सेना को गाजा में तुरंत 'पूरी ताकत से हमले' करने का आदेश दिया. यह आदेश ऐसे समय में आया है जब गाजा में सीजफायर तो लागू है लेकिन तनाव बरकरार है. अमेरिका की मध्यस्थता के बाद हमास और इजरायल सीजफायर के लिए राजी हुए थे. लेकिन अब लगता है कि एक बार फिर से तनाव बढ़ने वाला है. कुछ दिनों पहले ही इजरायल ने दक्षिणी गाजा में हमास की ओर से अपनी सेना पर गोलीबारी की बात कही थी.
हमास की तरफ जारी फायरिंग
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार हमास की तरफ से बार-बार सीजफायर समझौते का उल्लंघन किया जा रहा है. इसके बाद ही प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) के कंट्रोल वाले इलाके को बढ़ाने का फैसला किया है. हालांकि प्रधानमंत्री के ऑफिस की तरफ से इन रिपोर्ट्स पर कमेंट करने से मना कर दिया गया है.
कान पब्लिक ब्रॉडकास्टर के मुताबिक, नेतन्याहू इस कदम को कोऑर्डिनेट करने के लिए सीनियर अमेरिकी अधिकारियों से बात कर रहे हैं. इजरायल के अनुसार हमास के आतंकी बार-बार आईडीएफ के सैनिकों पर फायरिंग कर रहे हैं. ऐसे में इजरायल ने गाजा में हमले फिर से शुरू करने का फैसला किया है.
हमास ने शव लौटाने का प्लान टाला
दूसरी तरफ हमास का कहना है कि इजरायल की तरफ से हो उल्लंघन की वजह से उसने बंधक के शव को लौटाने का प्लान टाल दिया है. हमास की मिलिट्री विंग ने घोषणा की है कि वह एक बंधक के शव को लौटाने का प्लान टाल रही है. हमास ने मंगलवार को रात 8 बजे बंधक के शव लौटाने का ऐलान किया था. अपने बयान में, हमास ने कहा है कि यह कदम 'कब्जे वाले देश द्वारा सीजफायर समझौते के उल्लंघन” के जवाब में उठाया गया है. इससे पहले, हमास ने घोषणा की थी कि वह आज एक सुरंग से मिले बंधक के शव को सौंप देगा.
क्या कहा हमास ने
हमास ने एक बयान जारी किया है. उसने कहा है, 'जायोनी शासन गाजा के अंदर अपने सैनिकों की लाशों को खोजने की कोशिशों को रोकने और उनमें रुकावट डालने की एक सिस्टमैटिक पॉलिसी पर चल रहा है. इसने गाजा पट्टी के कई इलाकों में इस काम को करने के लिए इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस और फिलिस्तीनी रेजिस्टेंस की जॉइंट टीमों को घुसने से साफ मना कर दिया है.'
हमास का कहना है कि इजरायली कब्जे ने गाजा पट्टी में अपने सैनिकों की लाशों के लिए सर्च ऑपरेशन को तेज करने और पूरा करने में मदद करने वाली जरूरी भारी मशीनरी और इक्विपमेंट को भी अंदर आने से रोक दिया. साथ ही उसके अपने लड़ाकों की लाशों को निकालने से भी रोका जो अभी भी मलबे के नीचे हैं, जिससे उनके परिवारों की तकलीफ दोगुनी हो गई. हमास ने इजरायल के आरोपों को गुमराह करने वाला करार दिया है.













