नई दिल्ली: तेल अवीव में एक बम शेल्टर के अंदर शूट किए गए एक इजरायली पत्रकार जोड़े के वीडियो को देख आप वहां की खौफनाक स्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं. हमास के घातक रॉकेट हमले के बाद से इतना जीवन तबाह हो गया है और ये लोग डर के साये में जी रहे हैं. बता दें कि इजराइल में हुए हमास के रॉकेट हमलों (Israel Hamas Conflict) में अब तक 300 से ज्यादा जानें जा चुकी हैं.
पत्रकार हनन्या नफ्ताली और पत्नी इंडिया नफ्ताली द्वारा शूट किया गया वीडियो, जिसे सोशल मीडिया पर साझा किया गया है. वीडियो में जोड़े को यह बताते हुए दिखाया गया है कि कैसे वे रॉकेट सायरन बजने से जाग गए. उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में उन्होंने बार-बार बम शेल्टर में शरण ली है.
उन्होंने कहा, "हमने अपने सिर के ऊपर विस्फोटों की आवाज़ सुनी. ये रॉकेट हम नागरिकों को मारने के लिए थे." हनान्या ने कहा कि जबकि कई रॉकेटों को इज़राइल की हवाई डिफेंस सिस्टम 'आयरन डोम' द्वारा रोक दिया गया था और कुछ सीधे हिट हुआ. हमास के रॉकेट हमले और इजरायल के क्रूर जवाबी हमले में अब तक 700 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इज़राइल ने "काले दिन" का बदला लेने की कसम खाई है.
हनान्या ने कहा, "मैं आपसे इजराइल के लिए प्रार्थना करने की अपील करता हूं. यहां की तस्वीरों दिल दहला देने वाली है, जिसमें परिवार अपने प्रियजनों की तलाश कर रहे हैं जो लापता हैं, क्योंकि हमास ने भी कई इजरायली नागरिकों और सैनिकों का अपहरण कर लिया है."
उनकी पत्नी इंडिया एक इजरायली चैनल i24News के लिए समाचार प्रस्तुतकर्ता हैं. उन्होंने कहा कि हमने ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी. इजरायलियों के मारे गए शवों की तस्वीर, शवों की ढ़ेर..मैं कभी यह नहीं सोचा था. यह घृणित है. हमास आतंकवादियों को रोका जाना चाहिए. उन्होंने दुनिया को दिखाया है कि वे कौन हैं."
हनन्या ने कहा कि हमें हमलावर के रूप में पेश किया जा रहा है. हम इजरायली युद्ध नहीं चाह रहे हैं, क्या आपको लगता है कि हम यहां बम शेल्टर में बैठने का आनंद ले रहे हैं? हम अगली फिल्म की योजना बनाना पसंद करेंगे, दोस्तों के साथ अगला रात्रिभोज करेंगे. हम युद्ध नहीं चाहते हैं.
ये भी पढ़ें:-
इज़राइल-हमास युद्ध में अब तक 500 से ज्यादा मौतें, 10 बड़ी बातें
इज़राइल पर हमले के लिए हमास ने क्यों चुना 6 अक्टूबर का दिन? जानें दो बड़ी वजह