ईरान ने इस महीने सीरिया (Syria) में हुए हमले के बाद इजरायल को जवाबी कार्रवाई की धमकी दी थी. इसलिए इजरायल गुरुवार को अलर्ट पर था. दरअसल सीरिया में हुए हमले में दो ईरानी जनरलों की मौत हो गई थी और गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध शुरू हो गया था. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने बुधवार को कहा कि ईरान इजरायल पर हमला करने की धमकी दे रहा है. 1 अप्रैल के हमले के लिए ईरान की तरफ से इजरायल को दोषी ठहराया गया, जिसने दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास की इमारत को नष्ट कर दिया. इस हमले में दो जनरलों सहित सात रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की मौत हो गई.
ईरान के नेता, अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को चेतावनी दी कि इजरायल को "दंडित किया जाना चाहिए और दंडित किया जाएगा", उनके एक सलाहकार ने कहा कि इजरायली दूतावास "अब सुरक्षित नहीं हैं." इजरायली विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर तुरंत जवाब दिया कि "अगर ईरान हमला करता है, तो इज़रायल जवाब देगा और ईरान पर हमला करेगा." बाइडेन ने कहा कि उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा था कि "ईरान और उसके प्रतिनिधियों से इन खतरों के खिलाफ इजरायल की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ है."
पेंटागन ने कहा कि अमेरिकी सेंट्रल कमांड के प्रमुख माइकल कुरिल्ला रक्षा मंत्री योव गैलेंट के साथ स्थिति पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को इज़रायल में थे. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने बिना विस्तृत जानकारी दिए एक ब्रीफिंग में कहा, "हमने ईरान को चेतावनी दी है." इज़रायल में अमेरिकी दूतावास ने भी घोषणा की कि वह सुरक्षा के कारण अपने राजनयिकों की गतिविधियों को प्रतिबंधित कर रहा है. साथ ही कहा, "ज्यादा सावधानी बरतते हुए कर्मचारी और उनके परिवार तेल अवीव, येरुशलम और बीयरशीवा क्षेत्रों के बाहर आगे तक व्यक्तिगत यात्रा नहीं कर सकते हैं."
मॉस्को ने ईरान और इजरायल दोनों से संयम बरतने का आह्वान किया. जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने भी संयम का आग्रह किया. जर्मन एयरलाइंस लुफ्थांसा ने कहा कि उसने ईरान की उड़ानों का अस्थायी निलंबन शनिवार तक बढ़ा दिया है. ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने कहा कि उन्हें गुरुवार को बेयरबॉक के साथ-साथ उनके ब्रिटिश और ऑस्ट्रेलियाई समकक्षों से फोन आए थे.
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