पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के साथ ही, रविवार को गाजा में इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 41 लोग मारे गए, जिनमें कम से कम 13 बच्चे शामिल हैं, सीएनएन ने अस्पतालों के हवाले से बताया. अल अवदा और अल अक्सा अस्पतालों के अधिकारियों के अनुसार, गाजा के नुसेरत शरणार्थी शिविर में अल मुफ्ती स्कूल में इजरायली हमलों में कम से कम 22 लोगों की जान चली गई.
मरने वाले बच्चों में से एक नवजात भी है. चिकित्सा दल द्वारा बच्चे को बचाने के बार-बार की गई कोशिश के बावजूद अस्पताल पहुंचने के कुछ समय बाद ही उसकी मृत्यु हो गई. सीएनएन ने गाजा के नागरिक सुरक्षा के हवाले से बताया कि 5,000 से अधिक विस्थापित लोग फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के स्कूल में शरण ले रहे हैं.
गाजा शहर के अल शिफा अस्पताल के मुताबिक उत्तरी गाजा में अल शाती शिविर में कंचे खेलते वक्त इजरायल के हवाई हमले में पांच बच्चों की मौत हो गई. सीएनएन के अनुसार, इससे पहले मध्य गाजा के नुसेरात शरणार्थी शिविर में एक परिवार के आठ सदस्य मारे गए थे - जिनमें छह बच्चे भी शामिल थे - जब इजरायली सेना ने एक घर पर हमला किया, जिसमें वे शरण लिए हुए थे, ऐसा अल अक्सा अस्पताल ने बताया. इसके अलावा छह अन्य लोग तब मारे गए जब इजरायली टैंक ने बुरेज शरणार्थी शिविर पर गोलाबारी की थी.
गाजा में संघर्ष तब शुरू हुआ जब 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था. करीब 2,500 आतंकवादियों ने गाजा पट्टी से इजरायल की सीमा का उल्लंघन किया, जिसके कारण कई लोग हताहत हुए और बंधकों को पकड़ लिया गया. 7 अक्टूबर के हमले के बाद, इजरायल ने हमास के खिलाफ जवाबी हमला किया, जिसमें उसने पूरे आतंकवादी समूह को खत्म करने की कसम खाई, साथ ही नागरिकों की हताहतों की संख्या को कम करने का प्रयास किया.