युद्धविराम वार्ता की जानकारी रखने वाले फिलिस्तीनी हमास समहू के एक अधिकारी ने शनिवार को एएफपी को बताया कि गाजा युद्धविराम के लिए बातचीत में हमास और इजरायल के बीच गहरे मतभेद मौजूद हैं. युद्धविराम और बंधकों और कैदियों की संभावित अदला-बदली पर वार्ता इस हफ्ते दोहा में एक बार फिर से शुरू हुई, जिसमें इजरायल के जासूस प्रमुख, मिस्र, करती और अमेरिकी मध्यस्थों के साथ शामिल हो गए.
अधिकारी ने अपने बयान में कहा, "हमास और कब्जे वाले (इज़रायल) के बीच बातचीत में पदों में गहरा अंतर है. दुश्मन एक अस्थायी युद्धविराम पर पहुंचना चाहता है जिसके बाद वह हमारे लोगों के खिलाफ अपनी आक्रामकता फिर से शुरू कर सकता है". अधिकारी ने कहा, "इजरायल ने व्यापक युद्धविराम पर सहमत होने से मना कर दिया है और गाजा में अपनी सेना को पूरी तरह से वापस लेने से भी इनकार कर दिया है."
अधिकारी ने बताया कि "इजरायल चाहता है कि वो राहत, शेल्टर और सहायता के मामलों को अपने नियंत्रण में रखे और उन्होंने मांग की है कि संयुक्त राष्ट्र गाजा पट्टी में वापस काम पर ना लौटे." इज़रायल और संयुक्त राष्ट्र के बीच लंबे समय से तनावपूर्ण संबंध खराब हो गए हैं क्योंकि गाजा में भारी नागरिक मृत्यु और मानवीय संकट पर अंतरराष्ट्रीय आक्रोश बढ़ गया है.
7 अक्टूबर को इज़रायल पर हमास के हमले में बंधक बनाए गए लोगों की वापसी वार्ता में एक केंद्रीय प्रश्न रहा है - लेकिन हमास के अधिकारी ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की है. फिलिस्तीनी समूह हमास ने हमले में लगभग 250 इजरायली और विदेशी बंधकों को पकड़ लिया था, लेकिन नवंबर में एक सप्ताह के संघर्ष विराम के दौरान दर्जनों को रिहा कर दिया गया था.
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