इजरायल-गाजा युद्ध (Israel Gaza War) को 5 महीने से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन यह गतिरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों देशों के बीच युद्ध लगातार जारी है. जिसकी वजह से पिछले काफी समय से गाजा में मानवीय संकट खड़ा हो गया है. अब इजरायल गाजा में मदद (Gaza Human Aid) पहुंचाने की अमेरिका की मांग पर ध्यान दे रहा है, ये बात राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को कही. इससे एक दिन पहले बाइडेन ने इजरायली राष्ट्रपति नेतन्याहू को उनकी नीति में बदलाव करने की चेतावनी दी थी.
जो बाइडेन से जब पूछा गया कि क्या उन्होंने नेतन्याहू को कॉल कर इजरायल को सैन्य सहायता देने से रोकने की धमकी दी थी. इस पर उन्होंने जवाब दिया कि "मैंने उनसे वही करने के लिए कहा जो वे कर रहे हैं." गुरुवार को एक तनावपूर्ण कॉल के दौरान. जो बाइडेन ने नेतन्याहू को चेतावनी दी कि इजरायल पर अमेरिकी नीति गाजा में नागरिकों और सहायता कर्मियों की सुरक्षा पर निर्भर थी. जबकि गाजा में ड्रोन हमलों में सात सहायता कर्मियों की मौत हो गई.
ये भी देखें:
गाजा में मदद भेजने पर राजी हुआ इजरायल
बाइडेन और नेतन्याहू, दोनों नेताओं की बातचीत के कुछ घंटों बाद, इज़रायल ने ऐलान किया कि वह इज़रायली बंदरगाह अशदोद और इरेज़ बॉर्डर पार के जरिए अकाल और संकट से जूझ रहे उत्तरी गाजा में "अस्थायी" मदद भेजने की अनुमति देगा. इजरायल ने ये भी कहा कि गंभीर गलतियों की वजह से वह दो अधिकारियों को बर्खास्त कर रहा है. उनकी गलतियों की वजह से ड्रोन हमले हुए, जिसमें वर्ल्ड सेंट्रल किचन सहायता कर्मियों की मौत हो गई.
बाइडेन से किया वादा पूरा करे इजरायल-US
हालांकि, व्हाइट हाउस का कहना है कि इजरायल को बाइडेन से किए गए वादों को पूरा करने के लिए और ज्यादा कोशिश करनी चाहिए. राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने एक कॉल में संवाददाताओं से कहा, "उन प्रतिबद्धताओं को पूरी तरह से साकार किया जाना और तेजी से लागू किया जाना जरूरी है." उन्होंने कहा कि अमेरिका को सहायता कर्मियों की मौत की अपनी जांच की उम्मीद नहीं है, हमले में जान गंवाने वालों में अमेरिकी-कनाडाई नागरिक जैकब फ्लिकिंगर भी शामिल थे. किर्बी ने कहा कि इस घटना की स्वतंत्र जांच या अलग से जांच कराने की अमेरिका की कोई प्लानिंग नहीं है.
इजरायल का साथ देकर अमेरिका में घिरे बाइडेन
बता दें कि बाइडेन ने हमास इजरायल युद्ध के बीच नेतन्याहू को नीति में बदलाव की चेतावनी दी है. हालांकि फ़िलिस्तीन में बढ़ती मौतों और गाजा में गंभीर मानवीय संकट पर चिंताओं के बावजूद, अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा है. लेकिन नवंबर में होने वाले अमेरिकी आम चुनाव पास आते ही बाइडेन को अपनी गाजा नीति की वजह से मुस्लिम और युवा मतदाताओं के बढ़ते विरोध का सामना करना पड़ रहा है. सभी ने उनसे नीति में बदलाव करने का आह्वान किया है.
ये भी पढ़ें-अमेरिका ने दिखाया सख़्त लहज़ा, गाजा में राहत के लिए इजरायल खोल रहा 3 चेकपोस्ट
ये भी पढ़ें-"भारत आतंकियों को मारने के लिए पाकिस्तान में भी घुसेगा, अगर..." : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह