इजरायल मिलिट्री चीफ का इस्तीफा, कहा- 7 अक्टूबर की नाकामी जिंदगी भर मेरे साथ रहेगी

'द टाइम्स ऑफ इजरायल' के मुताबिक आईडीएफ चीफ ने अपने त्याग पत्र में लिखा, 'पिछले चार दशकों से, इजरायल की रक्षा करने का मिशन मेरे जीवन की प्रेरणा रहा. एक सैनिक और युवा कमांडर के रूप में अपने शुरुआती दिनों से लेकर चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में अपनी भूमिका तक, मैंने आईडीएफ का हिस्सा होने पर गर्व महसूस किया है. मैंने इसे एक अनुकरणीय संगठन के रूप में माना है.'

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
तेल अवीव:

इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि वह 6 मार्च को अपना पद छोड़ देंगे. एक बयान में, इजरायल सैन्य प्रमुख ने कहा कि वह 7 अक्टूबर को आईडीएफ की नाकामी के लिए अपनी जिम्मेदारी को स्वीकार करने के बाद इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि 6 मार्च तक, वह 7 अक्टूबर के हमास हमले की जांच पूरी कर लेंगे और आईडीएफ को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेंगे.

'द टाइम्स ऑफ इजरायल' के मुताबिक आईडीएफ चीफ ने अपने त्याग पत्र में लिखा, 'पिछले चार दशकों से, इजरायल की रक्षा करने का मिशन मेरे जीवन की प्रेरणा रहा. एक सैनिक और युवा कमांडर के रूप में अपने शुरुआती दिनों से लेकर चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में अपनी भूमिका तक, मैंने आईडीएफ का हिस्सा होने पर गर्व महसूस किया है. मैंने इसे एक अनुकरणीय संगठन के रूप में माना है.'

हलेवी ने लिखा, '7 अक्टूबर की सुबह, मेरी कमान के तहत, आईडीएफ, इजरायल के नागरिकों की रक्षा करने के अपने मिशन में नाकाम रहा. इजरायल के लोगों ने जान गंवाने, बंधक बनाए जाने और शारीरिक और भावनात्मक रूप से घायल होने के रूप में भारी और दर्दनाक कीमत चुकाई. कई लोगों के साहसी कार्य, सुरक्षा बल के कर्मचारी, आईडीएफ के सैनिक और कमांडर, और बहादुर नागरिक - इस महान आपदा को रोकने के लिए काफी नहीं थे. इस भयानक नाकामी के लिए मेरी जिम्मेदारी हर दिन, हर घंटे मेरे साथ है, और मेरे जीवन के बाकी हिस्से में भी मेरे साथ रहेगी.'

हर्जी हलेवी ने पत्र में कहा, "7 अक्टूबर को आईडीएफ चीफ की नाकामी के लिए अपनी जिम्मेदारी को स्वीकार करते हुए और ऐसे समय में जब आईडीएफ ने असाधारण उपलब्धियां दर्ज की हैं और इजरायल की प्रतिरोधक क्षमता और ताकत को बहाल किया है, मैं 6 मार्च, 2025 को अपना कार्यकाल समाप्त करने का अनुरोध करता हूं.'

Advertisement

हलेवी कहा, 'यह फैसला बहुत पहले लिया गया था. अब, जब आईडीएफ युद्ध के सभी क्षेत्रों में हावी है और एक और बंधक वापसी समझौते पर काम चल रहा है, तो समय आ गया है.'

Advertisement

बता दें इजरायल और हमास ने रविवार को युद्ध विराम समझौते को लागू करना शुरू कर दिया, जिसमें बंधकों और कैदियों की अदला-बदली शामिल है. हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला कर करीब 1200 लोगों को मार दिया था और 251 लोगों को बंधक बना लिया था. इसके बाद इजरायल ने गाजा में हमले शुरू कर दिए, जिसमें कम से कम 47,035 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 111,091 घायल हुए हैं.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Shambhavi Choudhary Interview | दलित नेता की बेटी MP शांभवी चौधरी ने क्यों की भूमिहार से शादी?