और एडवांस होने की जरूरत... इजरायल समझ गया, आग से अकेले लड़ना नामुमकिन

इजरायल के जंगलों में लगी भीषण आग (Israel Wildfires) के बाद नेतन्याहू सरकार और वहां के फायर विभाग को ये समझ आया कि उनका देश अभी जितना भी एडवांस है उतना काफी नहीं है. उनको उससे भी ज्यादा एडवांस होने की जरूरत है.

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आग से निपटने के लिए कैसी है इजरायल की तैयारी.

इजरायल ने सदी की सबसे भयानक आग देखी तो उसे पता चल गया कि इतना शक्तिशाली देश होने के बावजूद उसके पास कुदरत की मार से लड़ने का इंतजाम नहीं है. यरूशलम के जंगलों में एक चिंगारी ने 5000 एकड़ से ज्यादा के एरिया को राख (Israel Wildfire) में बदल दिया. हालात ये हो गए थे कि यरूशलम और तेल अवीव का संपर्क ही टूट गया. जंगल की आग रिहायशी इलाकों तक पहुंचने को उतारू थी. हाईवे से जा रहे लोग अपनी गाड़ियां वहीं छोड़कर जान बचाकर भागते नजर आए थे. 

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आग से निपटने के लिए और तैयारी की जरूरत

इसके बाद इजरायल की नेतन्याहू सरकार और फायर विभाग को ये समझ आया कि उनका देश अभी जितना भी एडवांस है उतना काफी नहीं है. उनको उससे भी ज्यादा एडवांस होने की जरूरत है. इजरायल में आग की विनाशलीला के बाद इजरायल की नेशनल फायर एंड रेस्क्यू अथॉरिटी ने नेतन्याहू सरकार से सीधे बजट डबल करने की मांग की. फायर रिसर्च ब्रांच के हेड डिप्टी कमिश्नर शे लेवी ने कहा कि अगर पूरे देश में कई जगह पर अलग-अलग आग तबाही मचाएगी तो क्या होगा? 

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'आग के युग' से कैसे निपटेगा इजरायल?

 साथ ही उन्होंने कहा कि कहा कि इजरायल की नेशनल फायर एंड रेस्क्यू अथॉरिटी के लिए उपलब्ध संसाधनों को दोगुना करने की जरूरत है, ताकि वो जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न हो रही 'आग के युग' से निपट सके. एक ऐसा जंगल, जो कभी हरियाली से लहलहाता था, अब राख में तब्दील हो चुका है. ये इज़रायल की हकीकत है. मध्य इज़रायल में हाल ही में लगी भीषण आग ने पूरे देश को हिला कर रख दिया. और अब सवाल ये है कि क्या हम 'बड़ी आग के युग' में प्रवेश कर चुके हैं.

इजरायल को भी सपोर्ट की जरूरत

एक हफ्ते तक चली इस विनाशकारी आग के बाद, इज़रायल के वरिष्ठ अधिकारी शे लेवी ने दुनिया के पांच बड़े 'फायर जोन' कैलिफोर्निया, चिली, भूमध्यसागरीय बेसिन, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया की तुलना कर कहा कि इन सभी क्षेत्रों में एक ही कहानी दोहराई जा रही है. वह है बड़ी, लंबी और लगातार आग. अब इजरायल भी इस खतरनाक लिस्ट में शामिल होता जा रहा है. शे लेवी का कहना है कि अगर एक साथ देश के अलग-अलग हिस्सों में कई आगें लग जाएं तो क्या इसे संभाला जा सकेगा. उनका कहना है कि क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के बिना अकेले लड़ना नामुमकिन है.

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बता दें कि इजरायल में पिछले हफ्ते लगी आग ने 5,000 एकड़ जमीन को राख बना दिया. हजारों लोग बेघर हो गए, सड़कें बंद रहीं और वन्य जीव खत्म हो गए. इस घटना से एक बार फिर ये सवाल उठने लगा है कि क्या उनकी अग्निशमन सेवाएं तैयार हैं.
 

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