समय तेजी से बीत रहा...बंधकों वाले हमास के वीडियो को इजराइल ने बताया- प्रोपेगेंडा

इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि इजराइल हमास के प्रचार से नहीं डरेगा. हम अपने सभी बंधकों की वापसी के लिए और जब तक युद्ध के सभी उद्देश्य पूरे नहीं हो जाते, तब तक लगातार कार्रवाई करते रहेंगे. 

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नई दिल्ली:

इजराइल ने हमास द्वारा दो बंधक भाइयों का एक भावनात्मक वीडियो साझा किए जाने को प्रोपेगेंडा कहकर खारिज कर दिया है. गौरतलब है कि हमास कि वीडियो में कहा गया है कि "समय समाप्त हो रहा है" और केवल युद्धविराम समझौता ही बंधकों को वापस लाएगा. इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि बंधकों का इस्तेमाल "मनोवैज्ञानिक युद्ध" के लिए किया जा रहा है और सरकार इस तरह की रणनीति से दबाव में नहीं आएगी. 

इज़राइल के प्रधान मंत्री कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि, "हमास आतंकवादी संगठन ने आज शाम एक और क्रूर प्रोपेगेंडा वीडियो प्रसारित किया है जिसमें हमारे बंधकों को मनोवैज्ञानिक युद्ध में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया है. इज़राइल हमास के प्रचार से नहीं डरेगा. हम अपने सभी बंधकों की वापसी के लिए और जब तक युद्ध के सभी उद्देश्य पूरे नहीं हो जाते, तब तक लगातार कार्रवाई करते रहेंगे. 

वीडियो में दो भाई इएर होर्न (46 वर्षीय) और ईटन होर्न (38 वर्षीय) दिख रहे हैं. इएर को शनिवार को दो अन्य बंधकों के साथ हमास ने रिहा कर दिया गया था. वीडियो में दिख रहा है कि ईटन ने खुद को छूट जाने पर दुख जताया और कहा कि 'मेरा भाई छूट रहा है, जिससे मैं बेहद खुश हूं, लेकिन एक परिवार को अलग करना बिल्कुल भी सही नहीं है. . वीडियो में, एतान गुजारिश करते नजर आ रहे हैं कि सभी को बाहर निकालो और परिवारों को अब अलग मत करो." इसके साथ ही उसने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से वीडियो में गुजारिश की है कि बचे बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सीजफायर समझौते के दूसरे फेज पर आगे बढ़ा जाए. 

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बताते चलें कि इजरायल मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान और अप्रैल के मध्य में यहूदी फसह के दौरान गाजा में संघर्ष विराम को बढ़ाने के अमेरिकी प्रस्ताव पर राजी हो गया है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू (Benjamin Netanyahu) के ऑफिस ने यह जानकारी दी है. नेतन्याहू के कार्यालय के एक बयान में कहा कि इजरायल ने मध्य पूर्व में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. 

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नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, "इजरायल ने मार्च के अंत में समाप्त होने वाले रमजान और अप्रैल के मध्य में मनाए जाने वाले आठ दिवसीय यहूदी फसह की अवधि के लिए अस्थायी संघर्ष विराम के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के दूत स्टीव विटकॉफ की योजना को अपनाया है. 

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19 जनवरी को प्रभावी हुआ था युद्धविराम
19 जनवरी को प्रभावी युद्धविराम का पहला चरण शनिवार को समाप्त हो गया. इस समझौते के दूसरे चरण में गाजा में मौजूद दर्जनों बंधकों की रिहाई को सुरक्षित सुनिश्चित करना और युद्ध के अधिक स्थायी अंत का मार्ग प्रशस्त करना था. 

नेतन्याहू के कार्यालय के अनुसार, विटकॉफ ने इस टेंपरेरी एक्‍सटेंशन को एक ऐसी अस्‍थायी व्‍यवस्था के रूप में पेश किया कि इजरायल और हमास की बातचीत में गतिरोध है और स्थायी युद्धविराम की शर्तों पर तुरंत सहमत नहीं हो सकते थे. 

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