- इजरायली सेना ने लेबनान में हिज्बुल्लाह के हथियार डिपो और ट्रेनिंग कैंप पर हवाई हमले किए हैं
- ये हमले नबातियाह, जेजीन और हर्मेल के पहाड़ी इलाकों में हुए हैं, जो सीरियाई सीमा के पास हैं
- इजरायल ने नवंबर 2024 में युद्धविराम के बाद भी लेबनान में अपने पांच रणनीतिक क्षेत्रों में सेना तैनात रखी है
इजरालयी राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू की फौज शांत नहीं बैठ रही, उसने एक और हमला शुरू कर दिया है. इजरायली सेना ने शुक्रवार, 26 दिसंबर को बताया कि उसने लेबनान में हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर एक के बाद एक कई हमले किए हैं. इजरायली फौज ने अपने इस हवाई हमले में हिज्बुल्लाह के हथियार रखने वाले डिपो और उसके एक ट्रेनिंग कैंपस को निशाना बनाया है. इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, "कई हथियार स्टोर करने वाले ठिकानों और आतंकवादी बुनियादी ढांचे वाले स्थलों पर हमला किया गया, जिनका इस्तेमाल हिजबुल्लाह ने इजरायल देश के खिलाफ आतंकवादी हमलों को आगे बढ़ाने के लिए किया था."
लेबनान की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने बताया है कि देश के दक्षिण में नबातियाह और जेजीन जिलों और देश के पूर्व में हर्मेल जिले के पहाड़ी इलाकों पर इजरायली विमानों ने एक के बाद एक कई हवाई हमले किए हैं. आज किए गए हमले सीरियाई सीमा के पास और दक्षिणी लेबनान में इसी तरह के इजरायली हमलों के एक दिन बाद आए हैं, जिसमें तीन लोग मारे गए थे.
वैसे तो इजरायल और ईरान समर्थित हिजबुल्लाह समूह के बीच नवंबर 2024 में ही युद्धविराम समझौता हो गया था लेकिन इजरायल ने लेबनान पर अपने हमले रोके नहीं हैं. इजरायल ने उन पांच क्षेत्रों में अपनी सेना अभी भी रखी है जिन्हें वह रणनीतिक मानता है. एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ें बताते हैं कि युद्धविराम के बाद से लेबनान में इजरायली गोलीबारी में 340 से अधिक लोग मारे गए हैं.
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