इजरायल दो आतंकी संगठनों के खिलाफ युद्ध कर रहा है. एक फिलिस्तीन के गाज़ा में हमास है और दूसरा लेबनान में हिजबुल्लाह है. ये दोनों ही संगठन ईरान की मदद से खड़े हुए और संगठन का विस्तार किया. दोनों ही का टारगेट हमेशा से इजरायल ही था. 7 अक्तूबर के हमले के बाद से इजरायल ने पहले गाज़ा में घुसकर हमास को उखाड़ फेंक दिया है और अब लेबनान में हिजबु्ल्लाह को तबाह करने में लगा है. इस बीच ईरान ने इजरायल पर मिसाइल से हमला करके अपनी धरती पर हमास प्रमुख की हत्या का बदला लिया. लेकिन इजरायल ने इस हमले के बाद से जवाबी कार्रवाई का ऐलान कर दिया है. साथ ही अमेरिका के साथ मिलकर अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए कदम भी उठा लिए हैं.
इजरायल ने मिसाइल हमले से बचने के लिए अमेरिका से थाड (Terminal High Altitude Area Defense THAAD) मंगा लिया है. कारण यह रहा कि इजरायल का आयरन डोम सिस्टम कई मिसाइलों के हमलों को रोकने में नाकाम हो गया था.
अब ईरान के सेना आईआरजीसी के प्रमुख हुसैन सलामी ने इजरायल को धमकी दी है कि थाड पर ज्यादा विश्वास न करें, थाड से कोई सुरक्षा हासिल नहीं होगी. 1 अक्तूबर को इजरायल पर ईरान ने करीब 200 मिसाइलों से हमला किया था जिसमें से कुछ मिसाइलों ने इजरायल में नुकसान भी पहुंचाया था.
सलामी का कहना है कि थाड पर ज्यादा भरोसा न करें. सलामी ने धमकाया है कि जितनी बार भी उधर (इजरायल) से मिसाइल आएगी हम जवाब में उससे ज्यादा मिसाइल दागेंगे.
इधर, अमेरिका की ओर से थाड पर मीडिया को संबोधित करने वाले अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड आस्टिन ने कहा कि थाड को लगा दिया गया है. उनसे जब यह पूछा गया कि क्या यह कार्य करने लगी है, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि हम जल्द ही इसे ऑपरेश्नल कर देंगे.
सलामी का कहना है कि 1 अक्तूबर को किए गए मिसाइल हमले से इजरायल को समझ जाना चाहिए कि थाड भी इजरायल को सुरक्षा देने में नाकाम होगा. ईरान के सेना प्रमुख का यह बयान तब आया है जब थाड को इजरायल ने लगवा लिया है. जबकि 1 अक्तूबर के हमले के समय इजरायल के पास थाड नहीं था.