अमेरिका (US) में एक 50 साल के भारतीय मूल के टेक उद्यमी (Indian Origin Tech Entrepreneur) को कथित निवेश स्कीम को ज़रिए 10,000 लोगों के साथ $45 मिलियन का घपला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इस स्कीम की मदद से उसे कई लग्ज़री कार (Luxury Car) और रियल एस्टेट (Real Estate) खरीदने में मदद मिली. लास वेगास (Las Vegas) के नील चंद्रन को बुधवार को लॉस एंजेलेस (Los angeles) में न्याय विभाग ने गिरफ्तार किया. नील चंद्रन पर आरोप है कि उसने अपने कई टेक कंपनियों का प्रयोग निवेशकों के पैसे हड़पने के लिए किया.
नील ने "ViRSE" के बैनर तले काम कर रही अपनी एक या अधिक कंपनियों में निवेशकों को बड़ा मुनाफा देने का लालच दिया. इसे कुछ अमीर लोगों के समूह की तरफ से एक्वायर किया जाना था.
श्री चंद्रन की कंपनियों में Free Vi Lab, Studio Vi Inc., ViDelivery Inc, ViMarket Inc, और Skalex USA Inc जैसी कंपनियां शामिल थीं. इनमें वर्चुअल दुनिया की तकनीक का विकास किया जाता था. इसमें उनकी अपनी क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल थी. जिसे कंपने के अपने मेटावर्स में प्रयोग किया जाना था.
आरोपपत्र कहता है कि श्री चंद्रन ने निवेशकों से झूठे वादे किए, साथ ही यह भी झूठ बोला कि उसकी कंपनी के निवेशकों को जल्द ही बड़े रिटर्न मिलेंगे जब एक या अधिक कंपनियों को अमीर खरीददारों का समूह खरीद लेगा.
असल में आरोप पत्र के अनुसार, उनकी कंपनी को कोई समूह खरीदने वाला नहीं था. निवेशकों के पैसे का बड़ा हिस्सा गलत तरीके से निजी लाभ के लिए दूसरे व्यापार में लगाया गया. इससे उन्होंने महंगी कारें खरीदीं और ज़मीनें खरीदीं.
श्री चंद्रन पर वायर फ्राड के तीन आरोप और आपराधिक तरीके से प्राप्त की गई प्रॉपर्टी के वित्तीय लेन-देन के दो आरोप हैं. अरोप साबित होने पर श्री चंद्रन को हर वायर फ्रॉड के लिए 20 साल की जेल की सजा हो सकती है और गैरकानूनी वित्तीय लेन-देन के हर मामले के लिए उन्हें 10 साल की सजा हो सकती है. आरोप पत्र में यह भी आरोप है कि 100 अलग अलग संपत्तियां- बैंक अकाउंट, रियल एस्टेट, मंहगी गाड़ियां जिनमें 39 टेस्ला की गाड़ियां हैं उन्हें जब्त किया जाए क्योंकि यह धांधली से जमा की गईं.