भारतीय नौसेना ने जहाजों का अपहण करने वाले समुद्री डाकुओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया. नौसेना (Indian Navy) ने माल्टा के झंडे वाले एक मालवाहक जहाज को समुद्री डाकुओं से बचा लिया. सोमाली समुद्री डाकुओं ने सेना के चौपर पर भी हमला कर दिया था, जिसके बाद नौसेना ने तुरंत डाकुओं के हमले का जवाब दिया. नौसेना की तरफ से एक वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें एक सोमाली समुद्री डाकू (Pirates) जहाज को बंधक बनाने के बाद नौसेना के चौपर पर गोलीबारी करता दिखाई दे रहा है.
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जहाज को समुद्री डाकुओं से बचाया
दरअसल शुक्रवार को समुद्री डाकुओं ने जहाज को बंधक बना लिया था. नौसेना ने बताया कि माल्टा के झंडे वाले मालवाहक जहाज को, पूर्व-एमवी रुएन का समुद्री डाकुओं ने 14 दिसंबर को अपहरण कर लिया गया था. इस जहाज का इस्तेमाल समुद्री डकैती जैसे कामों के लिए किया जा रहा था.
भारतीय नौसेना के वॉरशिप ने बंधक बनाए गए जहाज को रोक लिया, जिसके बाद समुद्री डाकुओं ने गोलीबारी शुरू कर दी. सामने आए 8 सेकेंड के वीडियो क्लिप में दिखाई दे रहा है कि एक समुद्री डाकू जहाज के डेक पर चल रहा है और जहाज ते ऊपर घूम रहे हेलीकॉप्टर पर अपनी बंदूक तान देता है और दो बार फायरिंग भी करता है.
समुद्री लुटेरों के मंसूबे नाकाम
नौसेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया, " भारतीय नौसेना ने पूर्व-एमवी रुएन के जरिए दूसरे जहाजों को लूटने वाले सोमाली समुद्री लुटेरों के मंसूबों को विफल कर दिया. पूर्व-एमवी रुएन, को 14 दिसंबर 23 को सोमाली समुद्री डाकुओं ने अपहरण कर लिया था. जहाज के रवाना होने की सूचना मिली थी, जो समुद्री डकैती जैसे कार्यों को अंजाम देने को लेकर थी."
समुद्री डकैतों को आत्मसमर्पण की चेतावनी
नौसेना का कहना है कि कहा कि वह अब आत्मरक्षा में कार्रवाई कर रही है. उसने समुद्री लुटेरों से सरेंडर करने और उनके पास मौजूद सभी बंधकों को रिहा करने की चेतावनी दी है. नौसेना ने बयान में कहा, " जहाज को 15 मार्च को भारतीय नौसेना के वॉरशिप ने रोक लिया था. जिसके बाद आत्मरक्षा में और समुद्री डकैती का मुकाबला करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत कार्रवाई करने वाले जहाज पर डाकुओं ने गोलीबारी भी की. डाकुओं से बंधकों को रिहा करने और आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी गई है.