क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच, लेबनान में भारतीय दूतावास ने भारतीयों को लेबनान की सभी गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी है. उन्हें सावधानी बरतने, गतिविधियों को प्रतिबंधित करने और बेरूत में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहने की सलाह दी गई है.
सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट लिखा गया है, पोस्ट में लिखा है, "क्षेत्र में हालिया तनाव को देखते हुए, भारतीय नागरिकों को लेबनान की सभी गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है. लेबनान में सभी भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने, अपनी गतिविधियों को प्रतिबंधित करने की सलाह दी जाती है." और बेरूत में भारतीय दूतावास के साथ उनकी ईमेल आईडी: cons.beirut@mea.gov.in या आपातकालीन फोन नंबर 96176860128 के माध्यम से संपर्क में रहें."
क्या है पूरा मामला?
गोलान हाइट्स में कथित तौर पर हिजबुल्लाह द्वारा दागे गए रॉकेट हमले में 12 बच्चों की मौत के बाद तनाव और बढ़ गया है. गोलान हाइट्स पर हमले के जवाब में, इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि शीर्ष हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुक्र मंगलवार (स्थानीय समय) पर दक्षिणी लेबनान में इजरायली हमले में मारा गया.
बेरूत के दक्षिणी उपनगर दहिएह में हुए घातक हमले की निंदा करते हुए लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने बुधवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगर इजरायल ने अपना लापरवाह और जानलेवा आपराधिक पागलपन जारी रखा तो स्थिति और खराब हो सकती है.
लेबनानी मंत्रिपरिषद द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, नवीनतम घटनाक्रमों पर चर्चा करने के लिए आयोजित कैबिनेट बैठक के दौरान मिकाती ने कहा, "हमें डर है कि यदि संबंधित देश और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस खतरनाक अराजकता को रोकने के लिए आगे नहीं आते तो स्थिति और खराब हो जाएगी."
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मिकाती ने हिंसक कार्रवाइयों को देख रहे देशों से आग्रह किया कि वे इजरायल से हमले बंद करने, अंतरराष्ट्रीय प्रस्तावों और कानूनों का पालन करने और सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1701 को लागू करने के लिए कहे.