भारत ने श्रीलंका को नहीं दी हैं पानी की बौछार करने वाले वाहन : उच्चायोग ने दावों का किया खंडन

उच्चायोग ने यहां एक ट्वीट में कहा, ''ये खबरें तथ्यात्मक रूप से गलत हैं. भारत द्वारा दी गई क्रेडिट लाइन के तहत वाटर कैनन वाहनों की कोई आपूर्ति नहीं की गई.''

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वाटर कैनन वाहनों की आपूर्ति संबंधी खबरों का भारत ने किया किया खंडन (फाइल फोटो)
कोलंबो:

भारत ने शनिवार को मीडिया में आई उन खबरों को 'तथ्यात्मक रूप से गलत' बताते हुए खारिज किया, जिसमें अपनी एक अरब डॉलर की ऋण सुविधा के तहत नई दिल्ली द्वारा श्रीलंका को पानी की बौछार करने वाले वाहन की आपूर्ति करने का दावा किया गया था. भारतीय उच्चायोग ने दोहराया कि ऋण सुविधा का उद्देश्य संकट के समय में श्रीलंका के नागरिकों के लिए भोजन, दवाओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं की मदद उपलब्ध कराना है.

उच्चायोग ने यहां एक ट्वीट में कहा, ''ये खबरें तथ्यात्मक रूप से गलत हैं. भारत द्वारा दी गई क्रेडिट लाइन के तहत पानी की बौछार करने वाले वाहनों की कोई आपूर्ति नहीं की गई.'' उच्चायोग ने एक बयान भी जारी किया, जिसमें भारत द्वारा श्रीलंका को एक अरब डॉलर की ऋण सुविधा के तहत आपूर्ति की गई वस्तुओं का विवरण साझा किया गया.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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