अमेरिका (US), ब्रिटेन (UK) और फ्रांस (France) के साथ भारत (India) भी उन देशों में शामिल हो गया है, जिन्होंने उत्तर कोरिया (North Korea) द्वारा जापान (Japan) के ऊपर से बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपित किए जाने की निंदा की है. भारत ने कहा कि इस तरह के प्रक्षेपण क्षेत्र और उससे परे भी शांति एवं सुरक्षा को प्रभावित करते हैं. उत्तर कोरिया ने मंगलवार को मध्यम दूरी की एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी, जो जापान के ऊपर से गुजरते हुए प्रशांत महासागर में जा गिरी. उत्तर कोरिया ने पांच साल में पहली बार ऐसा मिसाइल प्रक्षेपण किया है, जिसमें मिसाइल जापान के ऊपर से गुजरी हो.
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) को लेकर बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हुई बैठक में कहा, ‘‘हमने बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण की चिंताजनक खबरों पर गौर किया है."
उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रक्षेपण से पहले इस साल मार्च में डीपीआरके ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का और उसके बाद कई अन्य प्रक्षेपण किए, जिस पर इस परिषद में चर्चा की गई थी.''
बाद में संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने अल्बानिया, ब्राजील, फ्रांस, भारत, आयरलैंड, जापान, नॉर्वे, दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ब्रिटेन और अमेरिका की ओर से एक संयुक्त बयान जारी किया.
बयान में कहा गया है, ‘‘अमेरिका, अल्बानिया, ब्राजील, फ्रांस, भारत, आयरलैंड, जापान, नॉर्वे, कोरिया गणराज्य, यूएई और ब्रिटेन डीपीआरके द्वारा चार अक्टूबर को किए गए लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के प्रक्षेपण की कड़ी निंदा करते हैं.''
बयान में कहा गया है कि ये देश उत्तर कोरिया द्वारा 25 सितंबर से किए गए सात अन्य बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपणों की भी निंदा करते हैं. इसमें कहा गया कि उत्तर कोरिया ने केवल इसी साल में अब तक 35 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलों का प्रक्षेपण किया है.