“भारत-पाकिस्तान पर हर दिन अमेरिका की नजर”: ट्रंप के विदेश मंत्री ने क्यों कहा जंग कभी भी हो सकती है?

भारत ने बार-बार ट्रंप और अमेरिका के झूठ को सिरे से नकारा है. भारत का कहना है कि सीजफायर पर बातचीत सिर्फ पाकिस्तान के साथ हुई थी और उसकी मांग इस्लामाबाद की तरफ से की गई थी.

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  • अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि वे हर दिन भारत-पाकिस्तान के बीच स्थिति पर नजर बनाए रखते हैं.
  • रुबियो ने संघर्ष विराम को बनाए रखना मुश्किल बताया और कहा कि यह समझौता जल्दी टूट सकता है.
  • रुबियो ने रूस-यूक्रेन युद्ध में स्थायी युद्धविराम की बजाय शांति समझौते को प्राथमिकता बताया.
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अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने रविवार, 17 अगस्त (स्थानीय समयानुसार) को कहा कि अमेरिका "हर दिन" भारत-पाकिस्तान की स्थिति पर नजर बनाए रखता है. उन्होंने एक बार फिर इन दोनों एशियाई पड़ोसियों के बीच परमाणु तनाव को रोकने में मदद करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों को दोहराया है. एनबीसी न्यूज से बात करते हुए रुबियो ने कहा कि संघर्ष विराम समझौते कुछ ही समय में टूट सकते हैं क्योंकि उन्हें बनाए रखना एक चुनौती है.  

भारत ने बार-बार इस अमेरिकी झूठ को सिरे से नकारा है. भारत का कहना है कि सीजफायर पर बातचीत सिर्फ पाकिस्तान के साथ हुई थी और उसकी मांग इस्लामाबाद की तरफ से की गई थी. पाकिस्तान ने भी ट्रंप के दावे को ही दोहराया है.

मार्क रूबियो ने क्या कहा है?

रुबियो ने टीवी चैनल पर कहा, "संघर्ष विराम (सीजफायर) की जटिलताओं में से एक इसे बनाए रखना है, जो बहुत मुश्किल है. हम हर दिन इस पर नजर रख रहे हैं कि पाकिस्तान और भारत के बीच क्या हो रहा है."

रूस-यूक्रेन सीजफायर समझौते के संदर्भ में बोलते हुए उन्होंने कहा, "युद्धविराम का एकमात्र तरीका दोनों पक्षों के लिए एक-दूसरे पर गोलीबारी रोकने पर सहमत होना है. और रूसी इस पर सहमत नहीं हुए हैं."

रुबियो ने कहा, "सीजफायर बहुत जल्दी टूट सकता है, खासकर साढ़े तीन साल के युद्ध (यूक्रेन में) के बाद जैसा कि हम अभी झेल रहे हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि कोई भी इस बात से असहमत है कि यहां का आदर्श, हम जो लक्ष्य रख रहे हैं वह कोई स्थायी युद्धविराम नहीं है. हम यहां जो लक्ष्य रख रहे हैं वह एक शांति समझौता है, ताकि अब कोई युद्ध नहीं हो और भविष्य में भी कोई युद्ध नहीं हो."

फॉक्स बिजनेस के साथ एक अलग इंटरव्यू में, रुबियो ने फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष का उल्लेख किया, जिसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार रुकवाने करने का दावा किया है.

रुबियो ने कहा, "और मुझे लगता है कि हम बहुत भाग्यशाली और धन्य हैं. हमें ऐसे राष्ट्रपति के लिए आभारी होना चाहिए जिन्होंने शांति और शांति की उपलब्धि को अपने प्रशासन की प्राथमिकता बनाई है. हमने इसे कंबोडिया और थाईलैंड में देखा है. हमने इसे भारत-पाकिस्तान में देखा है. हमने इसे रवांडा और डीआरसी (कांगो) में देखा है. और हम दुनिया में शांति लाने के लिए जो भी अवसर मिल सकते हैं, उनका पीछा करना जारी रखेंगे."

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