अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि भारत अमेरिकी सामानों पर टैरिफ में कटौती पर सहमत हो गया है, हालांकि भारत की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि भारत हम पर बहुत ज्यादा टैरिफ लगाता है. हम अमेरिका में बिजनेस वापस लेकर आएंगे. हमारे देश को हर किसी ने लूटा, अब ये बंद हुआ.
ट्रंप के फैसलों से पूरी दुनिया में हलचल
बता दें कि ट्रंप के फैसलों से लगातार पूरी दुनिया में हलचल देखने को मिल रही है. आज ट्रंप ने यूक्रेन जंग को लेकर रूस को धमकी दी. उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन पर जमकर हमले कर रहा है इसलिए जब तक युद्ध विराम और शांति समझौता नहीं हो जाता, मैं बड़े स्तर पर रूस पर बैंकिंग प्रतिबंध, टैरिफ लागू करने पर गंभीरता से विचार कर रहा हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन को इससे पहले की बहुत देर हो जाए बातचीत की टेबल आ जाना चाहिए.
पारस्परिक टैरिफ या रेसिप्रोकल टैरिफ 2 अप्रैल से लागू होंगे
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने मंगलवार को कांग्रेस के संयुक्त सत्र में अपनी नीतियों को रेखांकित करते हुए कहा था कि भारत ऑटो पर 100 प्रतिशत से अधिक टैरिफ लगाता है. ट्रंप ने टैरिफ बढ़ाने के अपने फैसले को उचित ठहराते हुए कहा था कि अनगिनत अन्य देश जितना हम वसूलते हैं उससे बहुत अधिक टैरिफ वसूलते हैं. उन्होंने घोषणा की कि, "वे हम पर जो भी टैरिफ लगाएंगे, हम उन पर टैरिफ लगाएंगे." पारस्परिक टैरिफ या रेसिप्रोकल टैरिफ 2 अप्रैल से लागू होंगे.
टैरिफ को लेकर लिए फैसले से अमेरिका और समृद्ध होगा
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे उत्पादों पर चीन का औसत टैरिफ हमसे दोगुना है और दक्षिण कोरिया का औसत टैरिफ चार गुना अधिक है. यूएस प्रेसिडेंट ने स्वीकार किया कि टैरिफ से 'थोड़ी अशांति' होगी लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे अमेरिका और अधिक समृद्ध होगा.
जानें क्या है टैरिफ
बता दें टैरिफ उस कर को बोला जाता है जो देश में प्रवेश करने वाले सामानों पर लगाया जाता है, जो आयात के मूल्य के अनुपात में होता है. जब एक देश किसी दूसरे देश से आयातित वस्तुओं पर टैरिफ लगाता है और दूसरा देश भी उसी अनुपात में उस देश के उत्पादों पर लगा दे तो उसे पारस्परिक टैरिफ कहा जाता है. (इनपुट्स IANS )