प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फ्रांस दौरा कई मायनों में खास रहा है. भारत और फ्रांस के बीच न्यूक्लियर एनर्जी से लेकर AI पावर तक कई क्षेत्रों में सहयोग के लिए एक रोडमैप तैयार हुआ है. पीएम मोदी की यात्रा के दौरान भारत और फ्रांस के बीच नागरिक परमाणु सहयोग को बढ़ावा देने के लिए तीन समझौतों सहित नौ अन्य समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके साथ ही दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में भी काम करने पर बात हुई है. इस दौरान रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर भी बातचीत हुई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) फ्रांस की अपनी यात्रा समाप्त कर अमेरिका पहुंच गए हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों खुद उन्हें छोड़ने के लिए एयरपोर्ट तक आए. उन्होंने गले लगाकर पीएम मोदी को विदा किया. फ्रांस यात्रा को लेकर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- धन्यवाद फ्रांस! एक सार्थक यात्रा समाप्त हुई, जहां मैंने एआई, वाणिज्य, ऊर्जा और सांस्कृतिक संबंधों से लेकर कई कार्यक्रमों में भाग लिया. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और फ्रांस के लोगों का आभार. पीएम मोदी का फ्रांस दौरा दोनों देशों के संबंधों के नजरिए से खासा अहम रहा. इस दौरान मोदी और मैक्रों ने अपनी गहरी दोस्ती को जाहिर किया.
पीएम मोदी की यात्रा के पहले दिन राष्ट्रपति मैक्रों की ओर से आयोजित रात्रिभोज में दोनों नेताओं ने बातचीत की. अगले दिन 'एआई एक्शन समिट' में भी यह सौहार्दपूर्ण माहौल जारी रहा. भारत और फ्रांस ने संयुक्त रूप से शिखर सम्मेलन की मेजबानी की.
मोदी वेंस मुलाकात: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को पेरिस में एआई एक्शन शिखर सम्मेलन के इतर अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनकी भारतीय मूल की पत्नी उषा व बेटों इवान और विवेक से मुलाकात की. मोदी ने वेंस परिवार के साथ मुलाकात की तस्वीरें ‘एक्स' पर पोस्ट कीं। उन्होंने लिखा, “अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनके परिवार के साथ एक शानदार मुलाकात हुई. हमने विभिन्न विषयों पर बहुत अच्छी बातचीत की. इससे पहले, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से साझा किए गए एक वीडियो में मोदी पेरिस में वेंस के साथ द्विपक्षीय वार्ता करते नजर आ रहे हैं, जबकि उषा यह सब देख रही हैं.
मोदी ने बताया भारत का विजन: पीएम मोदी ने एआई एक्शन समिट में भारत के विजन को दुनिया के सामने रखा. उन्होंने कहा कि भारत के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन को लेकर कहा कि भारत अपना अनुभव और विशेषज्ञता साझा करने के लिए तैयार है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि एआई का भविष्य सबके लिए अच्छा हो. पीएम ने कहा कि हमें AI से संबंधित मुद्दों से निपटने के लिए वैश्विक मानकों की जरूरत है. भारत ने अपने 1.4 अरब से अधिक लोगों के लिए बहुत कम लागत पर डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को सफलतापूर्वक तैयार किया है.
एआई समिट में चीन को पड़ी लताड़: एआई समिट में अमेरिका ने चीन को जमकर सुना दिया. साथ ही यूरोपीय संघ में शामिल अपने दोस्तों को भी उससे सतर्क रहने की सलाह दे डाली. इस समिट में अमेरिका ने एक तरह से जता दिया कि एआई के क्षेत्र में भी "बॉस" तो वही है. अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी जेडी वेन्स (US Vice President JD Vance) ने सोमवार को टेक्नोलॉजी पर चल रहे पेरिस शिखर सम्मेलन (Paris Summit) में सभी देशों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) पर अत्यधिक रेगुलेशंस लगाने के विचार पर चेतावनी दी. उन्होंने यूरोपीय सहयोगियों और चीन जैसे प्रतिद्वंद्वियों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के मामले में सरकारी पकड़ मजबूत करने पर चेतावनी दी.
दुनिया के टॉप सीइओ से पीएम मोदी ने की बात: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गूगल के CEO सुंदर पिचाई से पेरिस में मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने सुंदर पिचाई को भारत आने और एआई के क्षेत्र निवेश कर युवाओं पर दांव लगाने की बात कही है. पीएम मोदी ने पिचाई से मुलाकात के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट भी किया. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि आपसे मिलकर खुशी हुई सुंदर पिचाई. भारत एआई में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है और इसका उपयोग जनता की भलाई के लिए कर रहा है. हम दुनिया से आग्रह करते हैं कि वे आएं और हमारे देश में निवेश करें और हमारी युवा शक्ति पर दांव लगाएं!
वाणिज्य दूतावास का उद्धाटन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बुधवार को संयुक्त रूप से मासे शहर में भारत के नए वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति मैक्रों के निमंत्रण पर फिलहाल फ्रांस के दौरे पर हैं. दोनों नेताओं ने बटन दबाकर संयुक्त रूप से मासे शहर में नए वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया. मासे में भारत के नए वाणिज्य दूतावास को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. भारत ने इस दूतावास को खोलने की घोषणा 2023 में मोदी के फ्रांस दौरे के दौरान की थी. यह दूतावास दक्षिणी फ्रांस में बसे भारतीय प्रवासी समुदाय को सेवाएं प्रदान करेगा. इससे लोगों को पेरिस जाकर कांसुलर कार्य करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
मोदी और मेक्रो की ट्यूनिंग: इस दौरे में पीएम मोदी और मेक्रो के बीच गजब की ट्यूनिंग देखने को मिली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की अपनी यात्रा समाप्त कर अमेरिका के लिए रवाना हो गए. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों खुद उन्हें छोड़ने के लिए एयरपोर्ट तक आए. उन्होंने गले लगाकर पीएम मोदी को विदा किया.पीएम मोदी की यात्रा के पहले दिन राष्ट्रपति मैक्रों की ओर से आयोजित रात्रिभोज में दोनों नेताओं ने बातचीत की. अगले दिन 'एआई एक्शन समिट' में भी यह सौहार्दपूर्ण माहौल जारी रहा. भारत और फ्रांस ने संयुक्त रूप से शिखर सम्मेलन की मेजबानी की. इसके बाद व्यक्तिगत तालमेल को दर्शाने वाले एक विशेष संकेत में मंगलवार शाम को पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने विमान में पेरिस से मार्सिले के लिए एक साथ उड़ान भरी.
मोदी और मैक्रों ने दोनों देशों के बीच व्यापार एवं निवेश संबंधों को बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने हिंद-प्रशांत और विभिन्न वैश्विक मंचों एवं पहल में अपनी भागीदारी को और गहरा करने की प्रतिबद्धता भी जताई. एक बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने पिछले साल अंतरराष्ट्रीय कक्षा योजना की सफल शुरुआत का स्वागत किया. इस योजना के तहत भारतीय छात्रों को फ्रांस में उनके चुने हुए पाठ्यक्रम में दाखिला देने से पहले, प्रतिष्ठित फ्रांसीसी विश्वविद्यालयों में फ्रांस की भाषा फ्रेंच सिखाई जाती है और स्थानीय कार्यप्रणाली के बारे में पढ़ाया जाता है.