भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ तीन घंटे तक मुलाकात के बाद की प्रेसवार्ता में कहा कि बातचीत में सीमा विवाद का मुद्दा प्रमुख रखा गया. उन्होंने कहा "सीमा विवाद सुलझाने का काम जारी है. लेकिन धीमी गति से." हमने सीमा विवाद और यूक्रेन के मुद्दों पर बात की. सीमा के इलाकों पर विवाद सुलझने के बाद ही स्थिर संबंध बन सकते हैं. मैंने चीन के विदेश मंत्री को सच्चाई से अवगत करा दिया है जो राष्ट्रीय भावना के अनुकूल हैं. मैंने उन्हें बताया है कि चीन को लेकर भारत में क्या भावनाएं हैं. भारत चीन के साथ स्थिर संबंध चाहता है लेकिन चीन के साथ के साथ संबंध में स्थिरता सीमा विवाद सुलझने के बाद ही आ सकती है.
विदेश मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संबंध संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुकूल हो होने चाहिए. चीन और भारत के संबंधों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आपसी सम्मान संबंधों में ज़रूरी है. उन्होंने कहा कि मौजूदा स्तिथी में एक तरफा बदलाव नहीं होना चाहिए.
हमने यूक्रेन के मुद्दे पर अपने विचार साझा किए लेकिन यह भी कहा कि बातचीत और कूटनीति से यह मुद्दा सुलझ सकता है. सीजफायर तुरंत होना चाहिए.
दोनों विदेश मंत्री आज सुबह करीब 11 बजे दिल्ली में मिले. लद्दाख (Ladakh) में भारत चीन के बीच LAC पर हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच यह चीन के किसी अधिकारी की पहली उच्च-स्तरीय भारत यात्रा है. चीन (China) के विदेश मंत्री वांग यी ( FM Wang Yi) एक अघोषित दौरे पर बीती रात भारत (India) पहुंचे. गलवान घाटी (Galwan ) की घटना के बाद बने तनाव के चलते बिगड़े संबंधों के दो साल बाद पहली बार किसी वरिष्ठ चीनी नेता की भारत यात्रा हो रही है.
वांग यी भारत पहुंचने से पहले पाकिस्तान और अफगानिस्तान की यात्रा पर गए थे और आज शाम को ही उनका नेपाल निकलने का कार्यक्रम है. पूर्वी लद्दाख में पिछले करीब दो साल से गतिरोध के कारण व्याप्त तनाव के बीच चीन के विदेश मंत्री वांग यी उच्च स्तरीय यात्रा पर बृहस्पतिवार शाम भारत पहुंचे.
वांग यी, जो भारत आने से पहले पाकिस्तान और अफगानिस्तान की यात्रा पर थे, वो आज शाम नेपाल यात्रा पर निकलेंगे. चीन के विदेश मंत्री की इस यात्रा को दोनों पक्षों की ओर से गुप्त रखा गया था. दोनों पक्षों ने कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की थी. उनके भारत पहुंचने की केवल उनकी फ्लाइट के रास्ते को ट्रैक करके पुष्टि की जा सकी जिसने गुरुवार को अफगानिस्तान से उड़ान भरी थी. रॉयटर्स के मुताबिक वांग यी कमर्शियल एयरपोर्ट से बाहर निकले ना कि पास ही मौजूद डिफेंस फेसिलिटी से जहां अधिकतर विदेशी मेहमान उतरते हैं.