फिर पटरी पर लौटा भारत-कनाडा संबंध? राजनयिक विवाद के बाद पहली बार उठाया गया यह बड़ा कदम

India Canada Bilateral Ties: कनाडा के PM मार्क कार्नी ने पीएम मोदी को जून में अल्बर्टा में ग्रुप ऑफ सेवन (G7) शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया था, जहां नेताओं ने मुलाकात की और नियमित दूतावास कार्यों को फिर से बहाल करने पर सहमति व्यक्त की.

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मार्क कार्नी के कनाडा का कार्यभार संभालने के बाद द्विपक्षीय संबंधों में सुधार देखा गया है
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  • कनाडा ने भारत में नई राजनयिक नियुक्ति करते हुए जेफ डेविड को मुंबई में महावाणिज्य दूत नियुक्त किया है.
  • यह नियुक्ति कनाडा के पूर्व प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के समय हुए विवाद के बाद पहली पोस्टिंग है.
  • कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद ने इस नई नियुक्ति की आधिकारिक घोषणा की है.
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कनाडा ने भारत में एक नई राजनयिक नियुक्ति की है. कनाडा के पूर्व प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार के शासन में नई दिल्ली और ओटावा के बीच हुए राजनयिक विवाद के बाद यह पहली ऐसी पोस्टिंग है. कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद ने घोषणा की है कि राजनयिक जेफ डेविड मुंबई में महावाणिज्य दूत डिड्रा केली की जगह लेंगे.

कथित तौर पर दोनों देश जल्द ही उच्चायुक्तों को फिर से नियुक्त करने की योजना बना रहे हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से बताया कि दोनों देशों ने पहले ही नए उच्चायुक्तों के नामों का आदान-प्रदान कर लिया है, जो इस साल की शुरुआत में दोनों देशों के बीच बनी सहमति के अनुरूप एक कदम है.

भारत-कनाडा रिश्तों में आया था तनाव

भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंध सितंबर 2023 में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था. कनाडा के पूर्व प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया कि 2023 में कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ था. भारत ने आरोपों का दृढ़ता से खंडन किया है, उन्हें "बेतुका" और "प्रेरित" बताया है और कनाडा पर चरमपंथी और भारत विरोधी तत्वों को जगह देने का आरोप लगाया है. विवाद इस हद तक बढ़ गया कि दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिक अधिकारियों को निष्कासित कर दिया.

लेकिन लगभग दो साल के गतिरोध के बाद, प्रधान मंत्री मार्क कार्नी के कनाडा का कार्यभार संभालने के बाद द्विपक्षीय संबंधों में सुधार देखा गया. कार्नी ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को जून के मध्य में अल्बर्टा में ग्रुप ऑफ सेवन (जी7) शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया, जहां दोनों नेताओं ने मुलाकात की और नए राजदूतों की नियुक्ति और नियमित दूतावास कार्यों को बहाल करने पर सहमति व्यक्त की.

कार्नी के साथ पीएम मोदी की बैठक के बाद, भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने व्यापक क्षेत्रों में वरिष्ठ मंत्रिस्तरीय और कामकाजी स्तर की बातचीत को फिर से शुरू करने पर चर्चा की. दोनों देश कनाडा-भारत मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत फिर से शुरू करने पर भी सहमत हुए, जिसे ट्रूडो के सार्वजनिक आरोपों से ठीक पहले 2023 में रोक दिया गया था.

भारत सरकार ने इसे संबंधों को सुधारने की दिशा में अपने "कैलिब्रेटेड" कदमों का हिस्सा बताया, जो जड़ें जमा चुके अविश्वास के बीच सतर्क रुख का संकेत है. दोनों देशों के बीच कई मुद्दे, विशेषकर अलगाववादी उग्रवाद के बारे में भारत की चिंताएं, अभी भी अनसुलझे हैं.

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