India air strike on Pakistan: भारत ने पहलगाम आतंकी हमला का बदला लिया, दुनिया के नेताओं ने क्या कहा
India Air Strike on Pakistan: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले का बदला ले लिया गया है. भारत ने बुधवार, 7 मई की तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया. भारतीय सेना के बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, सैन्य या आर्थिक बुनियादी ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचाया गया, जो लक्षित आतंकवाद विरोधी प्रयासों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
भारतीय सशस्त्र बलों की एयर स्ट्राइक करने के कुछ घंटों बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दुनिया को एक लाइन में मैसेज शेयर किया है. विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया पर कहा, "दुनिया को आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस दिखाना चाहिए."
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे शर्मनाक बताया और उम्मीद जताई कि यह 'बहुत जल्दी' खत्म हो जाएगा. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में रिपोर्टर्स से कहा, "यह शर्म की बात है, हमने अभी इसके बारे में सुना है.. मुझे लगता है कि अतीत की थोड़ी सी बातों के आधार पर लोगों को पता था कि कुछ होने वाला है. वे लंबे समय से लड़ रहे हैं."
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि वह "भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं." उन्होंने यह भी कहा कि वाशिंगटन "शांतिपूर्ण समाधान" के लिए परमाणु-सशस्त्र एशिया के पड़ोसी देशों के साथ बातचीत करना जारी रखेगा.
वाशिंगटन में मौजूद भारतीय दूतावास ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो से बात की और उन्हें भारत की सैन्य कार्रवाइयों के बारे में जानकारी दी.
भारत में इजराइल के राजदूत रूवेन अजार ने कहा कि इजराइल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है. उन्होंने एक्स पर लिखा, "इजरायल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है. आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि निर्दोषों के खिलाफ उनके जघन्य अपराधों से बचने के लिए उनके पास छिपने की कोई जगह नहीं है. #OperationSindoor"
चीन ने चिंता व्यक्त की है और दोनों देशों से संयम बरतने को कहा है. पाकिस्तान के करीबी सहयोगी चीन का बॉर्डर दोनों देशों से लगती है. बीजिंग ने "आज सुबह की गई भारत की सैन्य कार्रवाई पर खेद" व्यक्त किया और कहा कि वह "वर्तमान घटनाक्रम को लेकर चिंतित है". चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "भारत और पाकिस्तान ऐसे पड़ोसी हैं जिन्हें अलग नहीं किया जा सकता है और वे चीन के भी पड़ोसी हैं. चीन सभी प्रकार के आतंकवाद का विरोध करता है." प्रवक्ता ने कहा, "हम भारत और पाकिस्तान दोनों से शांति और स्थिरता को प्राथमिकता देने, शांत और संयमित रहने और स्थिति को और जटिल बनाने वाली कार्रवाई करने से बचने का आह्वान करते हैं."
वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारत के सैन्य अभियानों को लेकर बहुत चिंतित थे. उनके प्रवक्ता ने मंगलवार को भारत और पाकिस्तान से अधिकतम सैन्य संयम का आह्वान करते हुए यह कहा. प्रवक्ता ने कहा, "महासचिव नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय सैन्य अभियानों को लेकर बहुत चिंतित हैं. वह दोनों देशों से अधिकतम सैन्य संयम का आह्वान करते हैं… दुनिया भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव बर्दाश्त नहीं कर सकती."
इस बीच, संयुक्त अरब अमीरात यानी UAE के विदेश मामलों के उप प्रधान मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के एक बयान के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात ने भारत और पाकिस्तान से "संयम बरतने, तनाव कम करने और क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति को खतरा पैदा करने वाले तनाव को और बढ़ने से बचने" के लिए कहा है. बयान में कहा गया है, "महामहिम ने फिर से पुष्टि की कि कूटनीति और बातचीत संकटों को शांतिपूर्वक हल करने और शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए राष्ट्रों की साझा आकांक्षाओं को पाने का सबसे प्रभावी साधन है."
पाकिस्तान पर भारत की एयर स्ट्राइक
भारतीय बलों ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे के खिलाफ मिसाइल हमलों में प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा समूहों के मुख्यालय को निशाना बनाया. उन्होंने बताया कि जिन नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया उनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय शामिल है, दोनों पाकिस्तान के पंजाब में हैं.
पाकिस्तानी सशस्त्र बल के प्रवक्ता ने बीबीसी को एक इंटरव्यू में पुष्टि की कि भारतीय वायुसेना ने बहावलपुर और मुरीदके को निशाना बनाया है. भारत ने साफ शब्दों में कहा है कि उसकी कार्रवाई टारगेटेड, मापी गई और गैर-तनावपूर्ण प्रकृति की है और किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया है.