नीदरलैंड के रॉटरडैम शहर में गुरुवार को दो गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि कॉम्बेट गियर पहने हुए एक बंदूकधारी ने डच शहर के एक फ्लैट में गोलीबारी की और फिर पास के एक मेडिकल सेंटर में घुस गया. दोनों जगहों पर आग लग गई जिसे बाद में बुझा दिया गया.
शहर पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक बयान में कहा, "रॉटरडैम में गोलीबारी की दो घटनाओं में मौतें हुई हैं. हम इसके बारे में पहले संबंधित परिवारों और रिश्तेदारों को सूचना देंगे और बाद में विस्तार से बताएंगे."
अधिकारियों ने कहा कि एलीट पुलिस यूनिटें संदिग्ध की तलाश में डच शहर के अस्पताल में घुसी थीं. संदिग्ध एक हैंडगन लिए था.
स्थानीय समाचार एजेंसी एएनपी ने पुलिस के हवाले से कहा कि संदिग्ध 32 साल का है और हमले का मकसद अज्ञात है. पुलिस ने कहा कि उसी पर दोनों स्थानों पर गोलीबारी को अंजाम देने का संदेह है. और कोई दूसरा शूटर नहीं है.
घटनास्थल की तस्वीरों में दिख रहा है कि लोग अस्पताल से बाहर निकल रहे हैं, जिनमें डॉक्टर और मरीज़ भी शामिल हैं. जैसे ही बॉडी आर्मर में पुलिस अंदर आई, ऊपर से पुलिस के हेलीकॉप्टर मंडराने लगे. सफ़ेद कोट पहने डॉक्टरों ने मरीज़ों को स्ट्रेचर और व्हीलचेयर पर लिटाकर बाहर निकाला.
पुलिस ने पहले कहा था कि संदिग्ध ने "लड़ाकू शैली" (combat-style) के कपड़े पहन रखे थे, वह लंबा था, उसके बाल काले थे और वह एक बैकपैक रखे था.
RTL Nieuws के अनुसार एक मेडिकल छात्र ने अपना नाम जाहिर नहीं करते हुए कहा, "पहले चौथी मंजिल पर गोलीबारी हुई. चार या पांच गोलियां चलाई गईं. फिर एजुकेशन सेंटर में एक मोलोटोव कॉकटेल फेंका गया."
पब्लिक ब्रॉडकास्टर एनओएस ने एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से कहा, "वहां बहुत घबराहट और चीख-पुकार मच गई... मैंने कोई गोली चलने की आवाज नहीं सुनी, बस घबराहट हुई और मैंने कार्रवाई शुरू कर दी."
रॉटरडैम में अक्सर गोलीबारी होती है. आमतौर पर इसके पीछे ड्रग गिरोहों की प्रतिद्वंद्विता को जिम्मेदार ठहराया जाता है. साल 2019 में यूट्रेक्ट में एक ट्राम में तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. साल 2011 में देश उस समय स्तब्ध रह गया था जब 24 वर्षीय ट्रिस्टन वैन डेर व्लिस ने एक खचाखच भरे शॉपिंग मॉल में छह लोगों की हत्या कर दी थी और 10 अन्य को घायल कर दिया था.