पाकिस्तान (Pakistan) के विपक्षी नेताओं ने सोमवार को चेतावनी दी है कि अगर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को न्यायपालिका पर दी गई टिप्पणी के लिए आतंक निरोधी कानून के अंतर्गत गिरफ्तार किया जाता है तो अधिकारी अपनी "लक्ष्मण रेखा" लांघ देंगे. अप्रेल में अविश्वास प्रस्ताव में हारने के बाद सत्ता से बाहर हुए इमरान खान ने देश भर में कई रैलियां कीं हैं. इसमें सेना समेत संस्थाओं को चेतावनी दी गई है कि वो शहबाज शरीफ की गठबंधन सरकार को समर्थन देने से बाज़ आएं.
इमरान खान के घर के बाहर सोमवार को सैंकड़ों लोग इकठ्ठा हुए. यह लोग पुलिस को इमरान खान तक पहुंचने से रोकने के लिए इकठ्ठा हुए थे. लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री इमरान कई महीनों से बहुत से आरोपों का सामना कर रहे हैं लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने इमरान खान के घर की ओर इशारा करते हुए कहा, " तुम जहां भी हो, आज बानी गाला पहुंचो और इमरान खान के साथ एकजुटता दिखाओ." रविवार को पुलिस में एक एफआईआर दर्ज की गई थी. यह इमरान खान की औपचारिक गिरफ्तारी का पहला कदम हो सकता है. एक स्टेटमेंट में इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ(PTI) ने कहा कि इमरान खान के खिलाफ ताजा आरोप "घटिया" हैं.
शनिवार को इमरान खान ने एक पीटीआई अधिकारी को पुलिस कस्टडी में रखने के लिए एक मजिस्ट्रेट को जिम्मेदार ठहराया था. इमरान के पार्टी नेताओं ने कहा था कि उन्हें पुलिस की गिरफ्त में प्रताड़ित किया जा रहा है.
इमरान खान पाकिस्तान में जल्द से आम चुनाव करवाना चाहते हैं. यह चुनाव अगले साल अक्टूबर से पहले होने ज़रूरी हैं लेकिन मौजूदा शहबाज सरकार ने अभी तक चुनाव को लेकर कोई इच्छा जाहिर नहीं की है. पाकिस्तान बड़े आर्थिक संकट में फंसा हुआ है.
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