पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सलामती को लेकर अटकलों के बीच उनकी बहन नोरीन नियाजी ने NDTV से खास बातचीत की. इस दौरान नोरीन ने कहा कि इस वक्त पाकिस्तान की पूरी सरकार सेना प्रमुख आसिम मुनीर के सामने नतमस्तक है. उन्होंने कहा कि शहबाज शरीफ अगर इंसाफ नहीं दिला सकते तो कुर्सी छोड़ दें.
नोरीन ने कहा कि जो कुछ इमरान खान के साथ हो रहा है, उसमें चाहे आसिम मुनीर हों, नवाज शरीफ हों या शहबाज शरीफ, जिनके पास ताकत है, जो हुक्मरान हैं, वो सब इसमें शामिल हैं. उन्होंने कहा कि शहबाज की अगर देश में नहीं चलती है तो कुर्सी छोड़ दें. अगर वो इमरान को इंसाफ नहीं दिला पाते हैं तो कुर्सी खाली कर दें.
शहबाज शरीफ हों या पीपीपी हो, सभी पाकिस्तानी सेना के सामने सरेंडर मोड में हैं. सिर्फ इमरान खान ही आसिम मुनीर को खुला चैलेंज दे सकते हैं, क्या ये सही है? इस सवाल पर नोरीन ने कहा कि इमरान ने आज तक कोई गलत काम नहीं किया. जो कुछ किया, पाकिस्तान के लिए किया, इसलिए वह इतनी मजबूती से इस ताकत के खिलाफ खड़े हैं.
नोरीन ने कहा कि इमरान को इंसाफ मिलना चाहिए अगर नहीं मिलेगा तो हम इसके खिलाफ भरपूर कोशिश करेंगे. इमरान अकेले लीडर हैं, जिनके पीछे पाकिस्तान की अवाम खड़ी है. अवाम की ताकत बहुत बड़ी होती है. 80 फीसदी लोग उनके सपोर्ट में हैं. दो-तिहाई सीटें जीतकर वह आए थे. जबरदस्ती उन्हें बेदखल करके इन लोगों ने सत्ता छीन ली है. जाहिर है, इनके पास कोई मोरल अथॉरिटी नहीं है.
नोरीन ने कहा कि अगर कोई ये सोच रहा है कि इमरान खान माफी मांग लेंगे तो गलत है. वह नहीं मांगेंगे क्योंकि उन्होंने कोई जुर्म नहीं किया है. उनका कहना था कि तीन हफ्ते पहले जब मेरी बहन की उनसे मुलाकात हुई थी, तब वह बिल्कुल ठीक थे. लेकिन अब वो लोग कोर्ट का आदेश भी नहीं मान रहे. वहां एसएचओ भी कह रहा है कि वह कुछ नहीं कर सकता. इमरान को लेकर कोई आदेश नहीं माना जा रहा है. उनके अधिकारों को ताक पर रख दिया गया है














