पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने वित्त मंत्री डॉ अब्दुल हफीज शेख (Abdul Hafeez Sheikh) को पद से हटा दिया है और उनके स्थान पर उद्योग एवं उत्पादन मंत्री हम्माद अजहर ( Hammad Azhar) को नया वित्त मंत्री नियुक्त किया है. सूचना मंत्री ने सोमवार को यह जानकारी दी. समा टीवी न्यूज चैनल ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री शिबली फराज के हवाले से कहा कि प्रधानमंत्री खान ने बढ़ती महंगाई के मद्देनजर नई वित्त टीम को लाने का निर्णय लिया है. खान के 2018 में सत्ता में आने के बाद से वित्त मंत्रालय संभालने वाले अजहर तीसरे मंत्री होंगे. फराज ने कहा कि मंगलवार तक कई अन्य बदलाव के संबंध में भी जानकारी सामने आ सकती है.
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अजहर ने ट्वीट किया, ''प्रधानमंत्री द्वारा मुझे वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.'' हाल ही में सीनेट चुनाव में युसूफ रजा गिलानी से हारने के बाद शेख के राजनीतिक भविष्य को लेकर अनिश्चितता थी. शेख को पिछले साल वित्त मंत्री बनाया गया था. हालांकि, वह संसद के सदस्य नहीं थे.
इससे पहले पाकिस्तान पीएम इमरान खान (Imran Khan) के कोरोना वायरस से संक्रमित (Covid-19 Infection) होने के बावजूद उन्होंने अपनी मीडिया टीम के सामने उपस्थित होकर बैठक की थी, जिसके बाद से उन्हें जनता और विपक्ष द्वारा आलोचना का शिकार होना पड़ रहा था. इमरान खान (68) और उनकी पत्नी बुशरा बीबी की जांच में पिछले शनिवार को संक्रमण की पुष्टि हुई थी.संक्रमित होने से कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने कोविड-19 रोधी टीका लगवाया था.पाकिस्तान में चीनी टीका ‘सिनोफार्म' ही उपलब्ध है जिसकी पहली खुराक खान ने पिछले बृहस्पतिवार को ली थी.
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सूचना एवं प्रसारण मंत्री शिबली फराज तथा एक अन्य सांसद फैसल जावेद ने प्रधानमंत्री के साथ एक बैठक में हिस्सा लिया था, जिसका चित्र उन्होंने सोशल मीडिया पर डाला.चित्र में खान को अपनी टीम से बात करते हुए देखा जा सकता है जिसमें फराज, जावेद, युसूफ बेग मिर्जा और जुल्फिकार अब्बास बुखारी शामिल हैं. डॉन अखबार के मुताबिक खान ने बृहस्पतिवार को बनिगाला स्थित अपने आवास पर बैठक की थी.विपक्ष का कहना है कि प्रधानमंत्री ने खुद कोविड-19 नियमों का उल्लंघन किया, इसलिए उन पर प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए.खबर में कहा गया, “दिलचस्प बात है कि प्रधानमंत्री द्वारा पृथक-वास में रहने के बावजूद बैठक करने की घटना का कोई भी सरकारी प्रवक्ता बचाव नहीं कर सका और उनमें से बहुत से लोग इस मुद्दे पर मीडिया के सामने आने से कतराते रहे.”