अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प- जिन्होंने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन की चुनावी जीत पर खुद को अलग-थलग रखा और नए-नए तरीकों के जरिए चुनावी जनादेश को कुचलने की हरसंभव कोशिश की, ने खुद को 2024 में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनावों के लिए खुलकर अपनी उम्मीदवारी पेश कर दी है. उन्होंने व्हाइट हाउस में क्रिसमस पार्टी के दौरान मंगलवार को मेहमानों से कहा, "चार साल बेमिसाल रहे. हम चार साल और करने की कोशिश कर रहे हैं. नहीं तो हम चार साल बाद फिर मिलेंगे."
इस कार्यक्रम में रिपब्लिकन पार्टी के कई पॉवर ब्रोकर शामिल थे. इसमें मीडिया की एंट्री बैन थी लेकिन निवर्तमान राष्ट्रपति के भाषण का एक वीडियो कार्यक्रम के तुरंत बाद सार्वजनिक हो गया.
तीन नवंबर को हुए चुनाव के करीब एक महीने बाद भी 74 वर्षीय ट्रम्प अपनी चुनावी हार मानने से इनकार कर रहे हैं और यह मानने को तैयार नहीं हैं कि उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन उनसे आगे निकल चुके हैं, जो फिलहाल नई सरकार के गठन और उसे अमली जामा पहनाने में व्यस्त हैं.
व्हाइट हाउस में बंद ट्रम्प ने पब्लिक अपीयरेंस बहुत कम कर दिया है लेकिन कथित चुनाव धोखाधड़ी के बारे में भड़काऊ ट्वीट्स करने से वो अभी भी परहेज नहीं कर रहे हैं, जबकि उनके ही अटॉर्नी जनरल का कहना है कि चुनावों में धांधली या धोखाधड़ी के सबूत स्पष्ट नहीं हैं.
यूएस अटॉर्नी जनरल बिल बार ने मंगलवार को समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस से कहा था, "आज तक, हमें धोखाधड़ी के प्रमाण इतने पैमाने पर नहीं मिले हैं जो चुनाव में एक अलग परिणाम को प्रभावित कर सके." बार का कथन इसलिए भी काफी अहम है क्योंकि वह ट्रम्प के कट्टर सहयोगी रहे हैं.