- हूती समूह ने गाजा में युद्धविराम टूटने पर इजरायल के खिलाफ मिसाइल और ड्रोन हमले फिर से शुरू करने की चेतावनी दी
- हूती के नए चीफ ऑफ स्टाफ यूसुफ अल-मदनी ने हमास को समर्थन देते हुए बलिदान के लिए तैयार रहने का वादा किया है
- अक्टूबर 2023 में गाजा युद्ध शुरू होने के बाद हूती ने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन हमले किए थे
यमन पर कंट्रोल करने वाले हूती समूह ने चेतावनी दी कि अगर गाजा में युद्धविराम टूट गया तो वह इजरायल के खिलाफ मिसाइल और ड्रोन हमले फिर से शुरू कर देगा. फिलिस्तीनी हमास आंदोलन को हूती द्वारा भेजे गए एक लेटर में यह बात कही गई है. हूती के कंट्रोल वाले अल-मसीरा टीवी चैनल द्वारा प्रसारित यह धमकी क्षेत्रीय तनाव के बढ़ने के बीच आई है, जो गाजा में अमेरिका की मध्यस्थता में हुए नाजुक संघर्ष विराम को कमजोर कर सकता है, साथ ही रुकी हुई परमाणु वार्ता को लेकर ईरान और अमेरिका के बीच नए सिरे से तनाव बढ़ सकता है.
इस लेटर में, हूती के नए चीफ ऑफ स्टाफ, यूसुफ अल-मदनी ने हमास से कहा, "हम अपनी प्रतिज्ञा पर कायम हैं और आपके साथ खड़े रहने का वादा करते हैं, चाहे बलिदान कुछ भी हो."
लगातार हमास के साथ खड़ा रहा है हूती
अक्टूबर 2023 में गाजा में युद्ध छिड़ने के बाद से, हूती ने इजरायल की ओर सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन लॉन्च किए थे. इनमें से अधिकांश को कथित तौर पर इजरायल के आयरन डोन द्वारा रोक दिया गया था. यह हमले 10 अक्टूबर तक रुक रुक कर चले जबतक कि वर्तमान युद्धविराम लागू नहीं हो गया. हूती समूह ने लाल सागर में इजरायल से जुड़े जहाजों को भी निशाना बनाया, जिनमें से चार डूब गए.
पिछले हफ्ते, हूती ने सामान्य लामबंदी (जनरल मोबलाइजेशन) की स्थिति घोषित की. इसके तहत हूती ने सैकड़ों आदिवासी लड़ाकों की भर्ती की, अपने क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों को कड़ा किया, अतिरिक्त चौकियां स्थापित कीं और इजरायल के लिए जासूसी करने के कथित आरोप में अधिक संयुक्त राष्ट्र (UN) कर्मचारियों को हिरासत में लिया. हूती ने सऊदी समर्थित यमनी सरकारी बलों के नियंत्रण वाले तेल समृद्ध प्रांत मारिब के पास अग्रिम मोर्चों पर अतिरिक्त सेनाएं भी भेजीं.
ये घटनाक्रम पिछले हफ्ते इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के टेलीविजन भाषण के बाद हुआ, जिसमें उन्होंने कहा कि हूती इजरायल के लिए खतरा पैदा करते हैं और "इसे खत्म करने के लिए काम चल रहा है."
यह भी पढ़ें: BBC चीफ को देना पड़ा इस्तीफा! ट्रंप के भाषण को बदलकर बनाया भड़काऊ, जानें एडिटिंग वाला विवाद













